मांड्या : उपायुक्त कुमार ने सोमवार को जिले की सभी चीनी मिलों गन्ना किसानों को 15 दिनों के भीतर भुगतान करने के को निर्देश दिए। चीनी मिलों के अधिकारियों के साथ बैठक की अध्यक्षता करते हुए डॉ. कुमार ने कहा कि, पिछले साल किसानों से भुगतान में देरी के बारे में कई शिकायतें मिली थीं। उन्होंने जोर देकर कहा की, इस बार ऐसी शिकायतें नहीं आनी चाहिए, और समय पर भुगतान अनिवार्य है। बैठक में बताया गया कि, जिले की पांच चीनी मिलों में आगामी पेराई सत्र की तैयारी चल रही है। उनकी तैयारियों की विस्तृत रिपोर्ट बेंगलुरु स्थित केंद्रीय कार्यालय को सौंपी जाएगी। सभी मिलों में चीनी आयुक्त द्वारा निर्धारित तिथि पर परिचालन शुरू हो जाएगा और प्रत्येक इकाई को पेराई गतिविधियां शुरू करने से पहले नवीनीकरण प्रमाणपत्र प्राप्त करना होगा।
डॉ. कुमार ने कहा कि, मिलों को केवल अपने निर्दिष्ट परिचालन क्षेत्रों में आवंटित गन्ने की पेराई करने की अनुमति है और उन्होंने अधिकारियों को सलाह दी कि वे सीजन शुरू होने से पहले किसी भी आंतरिक तकनीकी मुद्दे का समाधान करें।कटाई के मौसम के लिए बाहरी जिलों और राज्यों से लगभग 15,000 मजदूरों के आने की उम्मीद है। इस संबंध में डॉ. कुमार ने मिल प्रबंधन को पेयजल और स्वच्छता सुविधाओं सहित बुनियादी सुविधाएं प्रदान करने के निर्देश दिए। मानसून का मौसम नजदीक आने के साथ ही उन्होंने संक्रामक रोगों के संभावित प्रसार के बारे में श्रमिकों के बीच जागरूकता बढ़ाने और मजदूरी का समय पर भुगतान सुनिश्चित करने का भी आह्वान किया।
बैठक के दौरान मिलों के प्रतिनिधियों द्वारा उत्पादन क्षमता और लक्ष्यों पर साझा किए गए विवरणों में शामिल हैं – कोरोमंडल चीनी मिल – 4,000 मीट्रिक टन प्रतिदिन, 5.5 लाख (5,50,000) मीट्रिक टन के मौसमी लक्ष्य के साथ; एनएसएल चीनी मिल – 5,000 मीट्रिक टन प्रतिदिन, 7 लाख (7,00,000) मीट्रिक टन के लक्ष्य के साथ; चामुंडेश्वरी चीनी मिल – 5,000 मीट्रिक टन प्रतिदिन, 8 लाख (8,00,000) मीट्रिक टन के लक्ष्य के साथ; एमआरएन चीनी मिल – 3,500 मीट्रिक टन प्रतिदिन, 4 लाख (4,00,000) मीट्रिक टन के लक्ष्य के साथ; और माईशुगर फैक्ट्री – प्रतिदिन 4,000 मीट्रिक टन, जिसका लक्ष्य 4.2 लाख (4,20,000) मीट्रिक टन है। माईशुगर फैक्ट्री के अध्यक्ष सी.डी. गंगाधर ने कहा कि, जून के अंत तक पेराई कार्य शुरू करने की अनुमति के लिए सरकार को एक समेकित रिपोर्ट सौंपी जाएगी। बैठक में खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग के संयुक्त निदेशक कृष्ण कुमार, कृषि विभाग के संयुक्त निदेशक अशोक और अन्य अधिकारी मौजूद थे।