बेलगावी : चीनी मंत्री शिवानंद पाटिल ने गन्ना किसानों और मिलों के बीच गतिरोध समाप्त करने और किसानों के पक्ष में मूल्य निर्धारण के मुद्दे को सुलझाने का वादा किया। उन्होंने कुछ किसान नेताओं के उन आरोपों का जवाब देने से इनकार कर दिया कि वह किसानों के नहीं, बल्कि मिल मालिकों के पक्ष में हैं। मंत्री ने 6 नवंबर को बेलगावी में कहा, मैं यहाँ आरोपों का जवाब देने नहीं, बल्कि मुद्दे को सुलझाने आया हूँ। मैं किसानों के साथ इस मुद्दे के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा करूँगा और फिर समाधान निकालने का प्रयास करूँगा। हमें जल्द ही गतिरोध समाप्त होने का भरोसा है। मैं आपको विश्वास दिलाता हूँ कि हम इसे किसानों के पक्ष में सुलझाएँगे।
उन्होंने दोहराया कि, गन्ने का उचित और लाभकारी मूल्य तय करने का अधिकार केंद्र सरकार के पास है और राज्य सरकार इसमें कुछ नहीं कर सकती। हालांकि, लोगों को इस मुद्दे के बारे में विस्तार से जानकारी नहीं है। मैं कर्नाटक का चीनी मंत्री हूँ। केंद्रीय चीनी मंत्री प्रह्लाद जोशी हैं, जो कर्नाटक से ही हैं। लेकिन किसी ने भी – न तो आंदोलनकारी किसानों ने, न ही मीडिया ने – इस मुद्दे पर अभी तक उनका नाम लिया है। मंत्री पाटिल कृषि मूल्य निर्धारण पर मुख्यमंत्री के सलाहकार अशोक दलवई, उपायुक्त मोहम्मद रोशन और पुलिस अधीक्षक भीमाशंकर एस. गुलेड के साथ धरना स्थल गुरलापुर के लिए रवाना हुए।












