हावेरी: बेलगावी और बागलकोट ज़िलों के किसानों ने गन्ना उत्पादकों के लिए एक निश्चित मूल्य की मांग को लेकर अपना विरोध प्रदर्शन तेज़ कर दिया है, जिसके बाद ज़िला अधिकारियों को हावेरी के ब्यादगी में हस्तक्षेप करना पड़ा। गन्ना, कपड़ा और कृषि बाज़ार मंत्री शिवानंद पाटिल ने कहा, “आंदोलन निर्णायक चरण में पहुंच गया है।
जिला अधिकारी मौके पर गए और किसानों से बात की। हावेरी ज़िले के मंत्री शिवानंद पाटिल ने बताया कि, गन्ना उत्पादक प्रति टन 3,500 रुपये के मूल्य की मांग कर रहे हैं। पाटिल ने ज़ोर देकर कहा कि, उचित और लाभकारी मूल्य (FRP) तय करना केंद्र सरकार की ज़िम्मेदारी है।
पाटिल ने स्पष्ट किया, FRP तय करना केंद्र सरकार की ज़िम्मेदारी है। हमारे पास यह अधिकार नहीं है। ज्यादा फसल हासिल करने वाली फैक्ट्रियों से प्रीमियम दरें हासिल करने के लिए बातचीत चल रही है। मंत्री ने यह भी बताया कि, आंदोलन अभी तक बेलगावी और बागलकोट ज़िलों तक ही सीमित है। उन्होंने सुझाव दिया कि, कृष्णा क्षेत्र में उच्च रिकवरी से वहां भी इसी प्रकार की मांग को पूरा किया जा सकता है।












