कोल्हापुर: चंदगड तालुका के हलकर्णी में स्थित दौलत-अथर्व चीनी मिल प्रशासन और श्रमिकों के बीच विवाद का विधायक शिवाजी पाटिल की मध्यस्थता से सफल समाधान निकला। इनाम सावरडे स्थित विधायक पाटिल के कार्यालय में हुई मिल प्रशासन और श्रमिकों की संयुक्त बैठक में ‘अथर्व’ के अध्यक्ष मानसिंग खोराटे ने मांगें मान लीं। श्रमिक संघ के अध्यक्ष प्रदीप पवार ने समाधान को स्वीकार्य बताते हुए स्पष्ट किया कि, श्रमिक 13 नवंबर सुबह से अपनी शिफ्ट के अनुसार काम पर आएँगे। इससे दो दिनों से ठप पड़े कारखाने, कटाई और परिवहन व्यवस्था के पहिए फिर से चलने लगेंगे।
अथर्व प्रशासन ने श्रमिकों के लिए चार चरणों में 2019 से 24 तक 12 प्रतिशत वेतनमान और 2024 से 29 तक 10 प्रतिशत वेतनमान के साथ चलित महंगाई भत्ता लागू करने पर सहमति व्यक्त की।साथ ही इस वर्ष के बोनस के भुगतान को भी मंजूरी दी। विधायक पाटिल ने आश्वासन दिया कि, मौसमी श्रमिकों की समस्या का भी जल्द से जल्द समाधान किया जाएगा।विधायक पाटिल ने कारखाने के बंद रहने पर किसानों और अन्य हितधारकों को होने वाले नुकसान को रोकने के लिए मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से चर्चा की। विधायक रत्नाकर गुट्टे और मानसिंग खोराटे ने सुझाव दिया कि, मुख्यमंत्री को इस मुद्दे का समाधान करना चाहिए। तदनुसार, विधायक पाटिल के कार्यालय में एक बैठक हुई। वेतन संबंधी मांगों को स्वीकार कर लिया गया। श्रमिकों के खिलाफ दायर दावों को वापस लेने पर भी चर्चा हुई।
विधायक शिवाजी पाटिल ने कहा कि, उन्होंने मुख्यमंत्री फडणवीस से इस उद्देश्य से चर्चा की कि मिल शुरु रहनी चाहिए। इसमें उनकी बड़ी भूमिका रही। इसके कारण, यह मुद्दा हल हो गया। श्रमिकों को काम पर आना चाहिए और किसानों और ट्रांसपोर्टरों को राहत देनी चाहिए। इस अवसर पर पूर्व राज्य मंत्री भरमू पाटिल, प्रांत अधिकारी एकनाथ कालबंदे, तहसीलदार राजेश चव्हाण, पुलिस निरीक्षक विश्वास पाटिल, शांताराम पाटिल, श्रमिक संगठन के महादेव फाटक, दीपक पाटिल, बबन देसाई, नामदेव पाटिल, सचिन बल्लाळ, रवींद्र बांदिवडेकर, ‘अथर्व’ के सीईओ विजय मराठे, आशा लाड, दयानंद देवान, अशोक गाडे, देवराज पाटिल और अन्य कार्यकर्ता उपस्थित थे।












