कोल्हापुर : स्वाभिमानी शेतकरी संगठन के अध्यक्ष और पूर्व सांसद राजू शेट्टी ने कहा की, चीनी मिलर्स गन्ने के एफआरपी में सेंध लगाने की कोशिश कर रहे हैं। राज्य सरकार उनका समर्थन कर रही है। किसानों को एकमुश्त एफआरपी के लिए एकजुट होना चाहिए। इसके लिए, स्वाभिमानी शेतकरी संगठन द्वारा 16 अक्टूबर को आयोजित 24वें गन्ना सम्मेलन में किसानों को शामिल होना चाहिए। अध्यक्ष शेट्टी, माणगाव (ता.चंदगड) स्थित माणकेश्वर मंदिर में गन्ना सम्मेलन की आमंत्रण बैठक में बोल रहे थे। इस अवसर पर संगठन के राज्य सचिव राजेंद्र गद्द्यान्नवर, प्रो. दीपक पाटिल, जगन्नाथ हुलजी उपस्थित थे।
राजू शेट्टी ने कहा कि, 1996 का चीनी नियंत्रण अधिनियम किसानों के पक्ष में था, लेकिन राज्य सरकार ने बिना किसी अधिकार के 2022 में इसमें बदलाव कर दिया। इसके खिलाफ उच्च न्यायालय में याचिका दायर की गई थी। सर्वोच्च न्यायालय में अनुवर्ती कार्रवाई के बाद, मामला तेजी से आगे बढ़ा। किसानों के पक्ष में फैसला आया। सरकार इसके खिलाफ फिर से सुप्रीम कोर्ट गई है। इसलिए, चूँकि मिलर्स एफआरपी में कटौती पर सहमत हो गए हैं, इसलिए किसानों को एकजुट होकर इसके खिलाफ आवाज उठाने की ज़रूरत है। कृषि में नई तकनीक आ गई है। इस तकनीक के आधार पर, सरकार को कारखानों के तौल कांटों को ऑनलाइन जोड़ना चाहिए। देश के लाखों पेट्रोल पंप ऑनलाइन जोड़े जा सकते हैं। तो फिर राज्य की 200 चीनी मिलों को ऑनलाइन क्यों नहीं जोड़ा जा सकता? शेट्टी ने पूछा।