मुंबई : महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मंगलवार को राज्य के बारिश से प्रभावित किसानों के लिए 31,628 करोड़ रुपये के राहत पैकेज की घोषणा की। सरकार ने प्रभावित किसानों को 10,000 रुपये की नकद राहत देने का भी फैसला किया है। मुख्यमंत्री फडणवीस ने बताया कि, राज्य में बाढ़ और भारी बारिश के कारण 68 लाख हेक्टेयर से ज्यादा फसलें बर्बाद हो गई हैं। यह राहत पैकेज महाराष्ट्र के 36 में से 29 जिलों में हुए नुकसान की भरपाई करेगा। लगभग एक करोड़ हेक्टेयर से ज्यादा कृषि उपज की खेती की जा रही थी। इसमें से 68 लाख हेक्टेयर से ज्यादा फसलें बर्बाद हो गई हैं। मुख्यमंत्री ने बताया कि इस मुआवज़े के दायरे में 2,059 राजस्व मंडलों के 29 जिले और 253 तालुका शामिल हैं।
उप-मुख्यमंत्रियों एकनाथ शिंदे और अजित पवार के साथ एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए, मुख्यमंत्री ने कहा कि राहत पैकेज में प्रति हेक्टेयर 47,000 रुपये की नकद राशि शामिल होगी, साथ ही मनरेगा के माध्यम से प्रति हेक्टेयर 3 लाख रुपये की अतिरिक्त राशि भी प्रदान की जाएगी। भारी बारिश के कारण किसानों को नुकसान हुआ है। ग्रामीण इलाकों में मवेशियों, घरों और सार्वजनिक बुनियादी ढांचे को नुकसान हुआ है। कुछ लोगों की जान भी गई, जबकि कुछ घायल हुए हैं।
मुख्यमंत्री फडणवीस ने नष्ट हुए घरों के पुनर्निर्माण के लिए सहायता और नुकसान झेलने वाले दुकानदारों को 50,000 रुपये देने की घोषणा की। उन्होंने कहा,हम बाढ़ से क्षतिग्रस्त हुए घरों के पुनर्निर्माण में मदद करेंगे। यह सहायता प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत प्रदान की जाएगी। साथ ही, जिन दुकानदारों को नुकसान हुआ है, उन्हें 50,000 रुपये की सहायता दी जाएगी और मवेशियों से हुए नुकसान की भरपाई की जाएगी।मुख्यमंत्री ने कहा कि एनडीआरएफ के अनुसार, केवल तीन जानवरों को ही सहायता दी जाती थी, लेकिन राज्य सरकार ने इस नियम को रद्द कर दिया है और किसानों के हर मृत जानवर को सहायता दी जाएगी।
राहत पैकेज की घोषणा करते हुए उन्होंने कहा कि किसानों को हो रही आर्थिक और मानसिक परेशानियों की पूरी भरपाई कोई नहीं कर सकता। उन्होंने संवाददाताओं से कहा, “किसानों को हो रही आर्थिक और मानसिक परेशानियों की पूरी भरपाई कोई नहीं कर सकता। हम चाहते हैं कि हमारे किसान फिर से अपने पैरों पर खड़े हों। “इससे पहले, 5 अक्टूबर को, देवेंद्र फडणवीस ने कहा था कि भारी बारिश से प्रभावित किसानों की मदद के लिए जल्द ही फैसला लिया जाएगा।