कोल्हापुर: छत्रपति राजाराम शुगर मिल में शुक्रवार सुबह आग लगने से 4-5 करोड़ रुपये की मशीनरी, केबल और कच्चा माल जलकर खाक हो गया। मिल के क्रशिंग सेक्शन में लगी आग में कोई हताहत नहीं हुआ। कोल्हापुर नगर निगम (केएमसी) के अग्निशमन विभाग को सुबह करीब 10.30 बजे आग लगने की सूचना मिली। इसके बाद, केएमसी की सभी छह दमकल गाड़ियां, पांच निजी टैंकर और पास की नगर परिषदों की दमकल गाड़ियां मौके पर पहुंच गईं। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि बिजली के शॉर्ट सर्किट के कारण आग लगी।
बीजेपी विधायक और फैक्ट्री के चेयरमैन अमल महाडिक ने कहा, जिस सेक्शन में सामान और तेल था, उसमें आग लग गई। हमने पहले फोम का इस्तेमाल किया, क्योंकि तेल की आग को केवल फोम से ही बुझाया जा सकता है। करीब डेढ़ घंटे बाद आग पर काबू पाया गया। हमने सुनिश्चित किया कि आग एक सेक्शन तक ही सीमित रहे। उन्होंने कहा, आग में 4-5 करोड़ रुपये की सामग्री और मशीनरी का नुकसान हुआ। पेराई सत्र समाप्त हो चुका है। हम हर पेराई सत्र के बाद वार्षिक रखरखाव कार्य करते हैं। फैक्ट्री बंद थी और वहां केवल कुछ कर्मचारी थे, इसलिए इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ।
मिल अधिकारियों ने कहा कि, बीमा कंपनी अगले दो से तीन दिनों में नुकसान का थर्ड पार्टी ऑडिट करेगी। अधिकारियों ने बताया कि आग से काफी नुकसान हुआ है और फैक्ट्री प्रशासन को अगले पेराई सत्र की शुरुआत से पहले रोटरी इंजन और केबल नेटवर्क जैसी अधिकांश मशीनरी को बदलने की जरूरत है। मिल कोल्हापुर शहर के कस्बा बावड़ा इलाके में स्थित है। इसकी पेराई क्षमता 3,500 टन प्रतिदिन है। मिल की स्थापना 1920 के दशक में हुई थी और 1950 के दशक में इसे निजी से सहकारी मिल में बदल दिया गया था। वर्तमान में, कोल्हापुर और सांगली जिले में फैले 14,000 किसान इसके प्रत्यक्ष सदस्य हैं।
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