पुणे : मालेगांव सहकारी चीनी मिल चुनाव के लिए बुधवार (25) को लगातार दूसरे दिन मतगणना जारी है। पहले नतीजों से पता चलता है कि, राज्य के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने जीत हासिल कर ली है। पवार ने ‘बी’ श्रेणी से भारी जीत हासिल की है। उपमुख्यमंत्री पवार के साथ ही उनके गुट से 9 उम्मीदवार निर्वाचित हुए हैं। वहीं, सहकारी बचाव पैनल के नेता और मालेगांव मिल के पूर्व अध्यक्ष रंजन कुमार तावरे चुनाव हार गए हैं। इसलिए माना जा रहा है कि अजित पवार मालेगांव के गढ़ को बचाने में सफल रहे हैं। उपमुख्यमंत्री पवार के रूप में मालेगांव को नया नेतृत्व मिल गया है। जबकि शरद पवार गुट लगातार पिछड़ रहा है।
उसके बाद उनके ही गुट के अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति वर्ग से रतन कुमार भोसले को 8670 वोट मिले, जबकि विरोधी गुट के उम्मीदवार बापूराव गायकवाड को 7183 वोट मिले। भोसले 1487 वोटों के अंतर से जीते।पिछड़ा वर्ग से नितिन शेंडे को 8494 वोट मिले। जबकि सहकारी बचाव पैनल के रामचंद्र नाले को 7341 वोट मिले। शेंडे 1153 वोटों से जीते। विमुक्त जाति जमाती वर्ग से विलास देवकाते और महिला रिजर्व से संगीता कोकरे और ज्योति मुलमुले ने जीत हासिल की। देवकाते 2227 वोटों से जीते। बाळासाहेब तावरे, शिवराज राजे जाधवराव, राजेंद्र बुरुगले चुने गए हैं। विरोधी गुट के नेता रंजन तावरे को हार का सामना करना पड़ा है।
मालेगांव सहकारी चीनी मिल चुनाव की मतगणना प्रशासनिक भवन, बारामती में हो रही है। इसमें बी वर्ग प्रतिनिधि के लिए वोटों की गिनती शुरू हुई, जिसमें उपमुख्यमंत्री अजित पवार उम्मीदवार थे। बी वर्ग के लिए सबसे पहले वोटों की गिनती की गई। इस वर्ग में 99 प्रतिशत वोट पड़े। जैसी कि उम्मीद थी, उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने सभी संस्थाओं पर दबदबा बनाए रखा, इसलिए उन्हें 101 में से 91 वोट मिले, जबकि विपक्षी सहकार बचाओ पैनल के उम्मीदवारों को केवल 10 वोट मिले। अजित पवार गुट के उम्मीदवार योगेश जगताप, तानाजी कोकरे, स्वप्निल जगताप, गणपतराव खलाटे, प्रताप अटोले, सतीश फाल्के, अविनाश देवकाटे, जयपाल देवकाते, देवीदास गावडे आगे चल रहे हैं। जबकि तावरे गुट के दो उम्मीदवार चंद्रराव तावरे और रणजीत खलाटे आगे चल रहे हैं।