बिजनौर : उत्तर प्रदेश में चीनी मिलों द्वारा आगामी पेराई सत्र की तैयारियां चल रही है। मरम्मत और साफ सफाई का काम अंतिम चरण में पहुंच चुका है। वही दूसरी ओर प्रदेश के कई जिलों में कोल्हुओं ने संचालन शुरू कर दिया है। अमर उजाला में प्रकाशित खबर के अनुसार, बुधवार को नांगल में एक कोल्हू का संचालन हुआ। बिजनौर जिले के नांगलसोती और आस-पास के क्षेत्र में प्रतिवर्ष करीब 50 कोल्हुओं का संचालन होता है।
खबर के मुताबिक, कोल्हू संचालन में शुरुआत में किसानों से करीब 300 रुपये क्विंटल गन्ना खरीदा। क्षेत्र में अन्य कोल्हुओं के संचालन की भी तैयारी शुरू हो गई है। पेराई सत्र के दौरान क्षेत्र के कोल्हुओं पर प्रतिदिन करीब छह हजार क्विंटल गन्ने की पेराई कर 500 से 700 क्विंटल गुड़ तैयार किया जाता है। कोल्हू संचालक राजवीर काकरान, नितिन, अनमोल, मोनू ने बताया कि दशहरा तक अधिकांश कोल्हुओं का संचालन हो जाएगा।
आपको बता दे की, नांगल क्षेत्र के गुड़ का मूल्य किरतपुर मंडी में अन्य गुड़ के मुकाबले अधिक होता है। आस-पास के प्रदेशों के अलावा नांगल क्षेत्र का गुड़ विदेशों तक सप्लाई किया जाता है। दिल्ली सहित कई प्रदेशों से लोग ऑर्डर पर गुड़ बनवाने के लिए नांगल के कोल्हुओं पर पहुंचते हैं।