काठमांडू : नेशनल असेंबली के सदस्यों ने गन्ना किसानों को दी जा रही सब्सिडी बंद करने के सरकार के फैसले को वापस लेने की मांग की है। उन्होंने सरकार के फैसले पर असंतोष जताया और एनए अध्यक्ष के माध्यम से सरकार का ध्यान सब्सिडी बंद न करने की ओर आकर्षित किया। सरकार ने आगामी वित्तीय वर्ष से 70 रुपये प्रति क्विंटल उत्पादन सब्सिडी बंद करने का फैसला किया है। उन्होंने तर्क दिया कि, सरकार पिछले 30 वर्षों से गन्ना किसानों को लगातार दी जा रही सब्सिडी बंद करने के फैसले से किसानों को परेशानी का सामना करना पड़ेगा।
इस अवसर पर डॉ. बेदूराम भुसाल ने सरकार से सब्सिडी जारी रखने को कहा। गोपी बहादुर सरकी अछमी ने कहा कि, सब्सिडी बंद करने से रौतहट, सरलाही और महोत्तरी समेत विभिन्न जिलों के किसान हतोत्साहित होंगे, जबकि मृगेंद्र कुमार सिंह यादव ने सरकार से फैसले पर पुनर्विचार करने का आग्रह किया। यादव ने इजरायल और ईरान में रह रहे नेपालियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने तथा दोनों देशों के बीच युद्ध के कारण उन्हें तत्काल वापस लाने के लिए कूटनीतिक पहल करने की ओर सरकार का ध्यान आकर्षित किया। इस अवसर पर जयंती देवी राय, सुरेश कुमार आले मगर, पदम बहादुर परियार और भगवती नेउपाने ने भी भाषण दिया।