सोहर: खाद्य सुरक्षा की दिशा में एक बड़े कदम के रूप में, सल्तनत की पहली चीनी रिफाइनरी को 90,000 मीट्रिक टन से अधिक कच्ची चीनी प्राप्त हुई है। यह राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था के विविधीकरण के उद्देश्य से एक रणनीतिक कदम माना जा रहा है। चीनी रिफाइनरी के निदेशक मंडल के अध्यक्ष नासिर बिन अली अल होस्नी ने कहा कि, यह रिफाइनरी मध्य पूर्व में अपनी तरह की पहली रिफाइनरी है, जो सोहर औद्योगिक बंदरगाह में 180,000 वर्ग मीटर क्षेत्र में फैली हुई है।
यह रिफाइनरी नवीनतम तकनीक से लैस है और इसकी वार्षिक उत्पादन क्षमता एक मिलियन टन उच्च गुणवत्ता वाली रिफाइंड सफेद चीनी तक है। यह उत्पादन स्थानीय, क्षेत्रीय और निर्यात बाजारों में भी निर्यात होगा। उन्होंने आगे बताया कि, ब्राजील से आने वाली पहली खेप, जिसका कुल वजन 90,000 मीट्रिक टन से ज्यादा है, को वर्तमान में स्वचालित मोबाइल क्रेन और उच्च गति वाले तौल एवं संवहन प्रणालियों का उपयोग करके सीधे रिफाइनरी के गोदामों में उतारा जा रहा है।
उन्होंने बताया कि, गोदामों की भंडारण क्षमता एक एकीकृत स्वचालित भंडारण सुविधा में 500,000 मीट्रिक टन से ज्यादा कच्ची चीनी और 70,000 मीट्रिक टन से ज्यादा परिष्कृत सफेद चीनी की है। उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि, निर्माण कार्य पूरा होने के बाद, रिफाइनरी ओक्यू समूह से अपनी गैस आपूर्ति को जोड़ने में सक्षम हो गई है, जिससे परिचालन शुरू हो सका है।
नासिर बिन अली अल होस्नी ने कहा, अगले सितंबर में व्यावसायिक सफ़ेद चीनी उत्पादन शुरू करने की तैयारी में, चीनी प्रगलन कार्य इस अगस्त में शुरू होने वाले हैं। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि, कच्ची चीनी की पहली खेप की प्राप्ति आत्मनिर्भरता बढ़ाने और नवीकरणीय संसाधनों और उन्नत प्रौद्योगिकियों पर निर्भरता बढ़ाने के ढांचे के अंतर्गत आती है, जिससे खाद्य सुरक्षा को समर्थन देने में योगदान मिलता है।