पुणे (महाराष्ट्र): गन्ने की पेराई का सीजन शुरू हुए एक महीना आठ दिन हो गए हैं, लेकिन सोलापुर जिले की शुगर मिलों ने अभी तक गन्ने का दाम घोषित नहीं किया है। महाराष्ट्र राज्य जनहित शेतकरी संगठन के संस्थापक, अध्यक्ष प्रभाकर देशमुख के नेतृत्व में सोमवार (8 तारीख) से शुगर कमिश्नर के ऑफिस (शुगर कॉम्प्लेक्स) के सामने अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन शुरू किया गया है। इस धरना प्रदर्शन में गन्ने की पहली क़िस्त 3500 रूपये करने, देरी से मिले FRP पर 15 परसेंट ब्याज देने समेत अन्य मांगें शामिल हैं।
प्रदर्शनकारियों ने यह भी मांग की कि, सहकारिता मंत्री बाबासाहेब पाटिल अपने पद से इस्तीफा दें क्योंकि मांगों का ज्ञापन देने के चार महीने बाद भी वह कोई जवाब नहीं दे पाए। इस मौके पर देशमुख ने कहा, सोलापुर जिले की फैक्ट्रियों ने पिछले साल 2024-25 का गन्ने का FRP भुगतान देर से किया है। इसमें सिद्धेश्वर, सहकार शिरोमणि, गोकुल, इंद्रेश्वर, जयहिंद, सिद्धनाथ, भैरवनाथ शुगर फैक्ट्रियां शामिल हैं। इसलिए, उन्होंने चेतावनी दी कि जब तक शुगर कमिश्नर देर से दिए गए FRP भुगतान पर 15 प्रतिशत इंटरेस्ट नहीं लगाते और यह अमाउंट किसानों के बैंक अकाउंट में जमा नहीं करते, हम शुगर कॉम्प्लेक्स नहीं छोड़ेंगे।
इस बीच, शुगर डायरेक्टर (फाइनेंस) और शुगर जॉइंट डायरेक्टर (एडमिनिस्ट्रेशन) और सोलापुर रीजनल शुगर जॉइंट डायरेक्टर प्रकाश अष्टेकर ने आंदोलन कर रहे किसानों के साथ मिलकर बातचीत की और उन्हें मांगों पर कानूनी नियमों और शुगर कमिश्नरेट द्वारा की जा रही कार्रवाई के बारे में बताया।


















