पुणे: पुणे जिले की चीनी मिलों का पेराई सत्र 1 नवंबर से शुरू होगा। इसके लिए विदर्भ, मराठवाड़ा और मध्य प्रदेश से गन्ना कटाई मजदूरों के समूह गाँवों में पहुँचने लगे हैं। कुछ जगहों पर मजदूर झोपड़ियां बनाकर रहने लगे हैं। नीरा भीमा सहकारी कारखाना (शहाजीनगर), कर्मयोगी शंकरराव पाटील (बिजवाड़ी), सहकार महर्षी शंकरराव मोहिते पाटील (शंकर नगर), सासवड़ माली चीनी मिल (मालीनगर), विठ्ठलराव शिंदे कारखाना (गंगामाई नगर), भैरवनाथ शुगर (आलेगांव), बारामती एग्रो (शेतफलगड़े), छत्रपति सहकारी चीनी मिल (भवानीनगर) आदि ने गन्ना कटाई की ज़ोरदार तैयारी कर ली है।
कटाई मजदूरों के आने से चहल-पहल बढ़ गई है। दिवाली के मद्देनजर इंदापुर तालुका के बाजारों और साप्ताहिक बाजारों में रौनक बढ़ रही है। चीनी कारखानों के क्षेत्र में ट्रक और ट्रैक्टर मालिकों ने एक सप्ताह पहले से ही गन्ना श्रमिकों को लाने का सिलसिला शुरू कर दिया है। नरसिंहपुर क्षेत्र के गणेशवाड़ी, पिंपरी बुद्रुक, गोंडी, लुमेवाड़ी, ओजरे, गिरवी अडोबावस्ती, नरसिंहपुर, सारती, निरनिमगाव, गराकोले, टाकली, आलेगांव, शेवरे, संगम, गणेशगांव, तांबेव, मालीनगर आदि प्रत्येक गांव में दस से बीस गन्ना श्रमिकों का पहुंचना शुरू हो गया है। हालांकि, आने वाले समय में चुनाव हैं। इन चुनावों के दौरान श्रमिकों को ले जाना मुश्किल होगा। ऐसा कहा जा रहा है कि वास्तविक पेराई सत्र चुनाव के बाद ही शुरू होगा।