जयपुर: हनुमानगढ़ में एथेनॉल प्लांट की बाउंड्री वॉल तोड़े जाने के बाद हुई हिंसक झड़पों के सिलसिले में शुक्रवार को फैक्ट्री मैनेजमेंट ने दूसरी FIR दर्ज कराई है। इस शिकायत में लगभग 400 लोगों को आरोपी बनाया गया है, जो कथित तौर पर हिंसा में शामिल थे। इससे पहले, हनुमानगढ़ पुलिस ने गुरुवार को एक अलग FIR दर्ज की थी, जिसमें दो जनप्रतिनिधियों सहित 107 लोगों के नाम थे। कंपनी की नई शिकायत में प्रदर्शनकारियों पर प्लांट परिसर में घुसने, अंदर और बाहर संपत्ति को नुकसान पहुंचाने और साइट के कुछ हिस्सों में आग लगाने का आरोप लगाया गया है। बताया जा रहा है कि, सुरक्षाकर्मियों पर हमला किया गया और मजदूरों के साथ-साथ पुलिस का भी ट्रैक्टरों से पीछा किया गया।
FIR में बताया गया है कि, कई लोगों ने भीड़ को उकसाया, हंगामे के दौरान गोलियों की आवाजें सुनी गईं और कंपनी के कर्मचारी एक ऑफिस में फंस गए, जिसमें बाद में आग लगा दी गई। प्रदर्शनकारियों ने कथित तौर पर आग में गैस सिलेंडर भी फेंका और सामान चुराकर भाग गए। सूत्रों ने बताया कि जिला अधिकारियों ने शुक्रवार रात आंदोलनकारियों से मुलाकात की और कुछ मुद्दों पर सहमति बनी। अधिकारियों ने संकेत दिया कि पिछले पांच दिनों से बंद मोबाइल इंटरनेट सेवाएं रविवार तक बहाल की जा सकती हैं।
पुलिस सतर्क है, खासकर इसलिए क्योंकि स्थानीय लोगों ने 17 दिसंबर को महापंचायत बुलाई है, जिसमें हरियाणा, पंजाब और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के किसान नेताओं के आने की उम्मीद है। सूत्रों ने यह भी बताया कि, एथेनॉल प्लांट में निर्माण कार्य अस्थायी रूप से रोक दिया गया है। हालांकि, स्थानीय लोग अभी भी फैक्ट्री को दूसरी जगह ले जाने की मांग कर रहे हैं। अधिकारियों ने प्रदर्शनकारियों को बताया कि स्थानीय प्रशासन के पास इस तरह के वादे करने का अधिकार नहीं है।


















