नई दिल्ली : एक अहम कदम उठाते हुए, भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने शुक्रवार को यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) को यूरोसिस्टम के TARGET इंस्टेंट पेमेंट सेटलमेंट (TIPS) के साथ जोड़ने की घोषणा की है। RBI ने एक बयान में कहा कि, प्रस्तावित UPI-TIPS इंटरलिंकेज का मकसद भारत और यूरो एरिया के बीच क्रॉस-बॉर्डर रेमिटेंस को आसान बनाना है और इससे दोनों देशों के यूजर्स को फायदा होने की उम्मीद है।
इसमें आगे कहा गया है कि, भारतीय रिज़र्व बैंक और NPCI इंटरनेशनल पेमेंट्स लिमिटेड (NIPL), यूरोपियन सेंट्रल बैंक के साथ मिलकर UPI को TARGET इंस्टेंट पेमेंट सेटलमेंट (TIPS) से जोड़ने की पहल कर रहे हैं, जो यूरोसिस्टम द्वारा ऑपरेट किया जाने वाला इंस्टेंट पेमेंट सिस्टम है। खास बात यह है कि, भारतीय रिज़र्व बैंक क्रॉस बॉर्डर पेमेंट को बढ़ावा देने के लिए यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) को दूसरे देशों के तेज पेमेंट सिस्टम के साथ जोड़ने की कोशिश कर रहा है।
ये पहलें क्रॉस-बॉर्डर पेमेंट को बढ़ाने के लिए G20 रोडमैप के साथ जुड़ी हुई हैं, जिसमें सस्ते, कुशल, ज़्यादा ट्रांसपेरेंट और ज़्यादा आसान रेमिटेंस पर फोकस किया गया है। बयान में कहा गया है कि, रिज़र्व बैंक ऑफ़ इंडिया और NIPL, UPI-TIPS लिंक को चालू करने के लिए यूरोपियन सेंट्रल बैंक के साथ मिलकर काम करते रहेंगे, जिसमें टेक्निकल इंटीग्रेशन, रिस्क मैनेजमेंट और सेटलमेंट अरेंजमेंट शामिल हैं।
हाल ही में, ANI से बात करते हुए, पेरू के एम्बेसडर जेवियर मैनुअल पॉलिनिच वेलार्डे ने बताया कि पेरू भी अगले साल तक UPI जैसा रियल-टाइम डिजिटल पेमेंट सिस्टम लागू कर देगा। NIPL और सेंट्रल रिज़र्व बैंक ऑफ़ पेरू (BCRP) ने सबसे पहले 2024 में पेरू में रियल-टाइम पेमेंट सिस्टम शुरू करने के लिए एक बड़ी पार्टनरशिप की घोषणा की थी। एक बार लागू होने के बाद, यह पेरू को यूनिफाइड पेमेंट इंटरफ़ेस (UPI) टेक्नोलॉजी अपनाने वाला पहला दक्षिण अमेरिकी देश बना देगा। (ANI)















