मुंबई : भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, केंद्र ने कुल 27,000 करोड़ रुपये की सरकारी प्रतिभूतियों (गवर्नमेंट सिक्योरिटीज) की बिक्री (पुनः जारी) की घोषणा की है। वित्त मंत्रालय की अधिसूचना में कहा गया है कि, नीलामी को दो किस्तों में विभाजित किया जाएगा, जिसमें 15,000 करोड़ रुपये की सरकारी प्रतिभूति (जीएस) 2029 में परिपक्व होगी और 12,000 करोड़ रुपये की जीएस 2054 में परिपक्व होगी। इसके अतिरिक्त, केंद्र के पास उपरोक्त प्रतिभूतियों के विरुद्ध 2,000 करोड़ रुपये तक की सदस्यता को बनाए रखने का विकल्प होगा। “पुनः जारी” का अर्थ है कि आरबीआई प्रतिभूति बाजार में पहले से उपलब्ध एक बांड की अधिक बिक्री कर रहा है। यह कदम सरकार के नियमित उधार कार्यक्रम का हिस्सा है।
नीलामी भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा आयोजित की जाएगी, तथा नीलामी के लिए बोलियाँ 20 जून, 2025 को भारतीय रिजर्व बैंक केयर बैंकिंग सॉल्यूशन (ई कुबेर) प्रणाली पर इलेक्ट्रॉनिक प्रारूप में प्रस्तुत की जानी चाहिए। गैर-प्रतिस्पर्धी बोलियाँ सुबह 10:30 बजे से 11:00 बजे के बीच प्रस्तुत की जानी चाहिए तथा प्रतिस्पर्धी बोलियाँ सुबह 10:30 बजे से 11:30 बजे के बीच प्रस्तुत की जानी चाहिए। नीलामी का परिणाम 20 जून, 2025 को भारतीय रिजर्व बैंक की वेबसाइट (www.rbi.org.in) पर डाला जाएगा तथा सफल बोलीदाता को 23 जून, 2025 को अर्थात पुनः जारी करने की तिथि को भुगतान करना होगा।
इसके अलावा, मूल जारी करने की तिथि से प्रतिभूतियों के नाममात्र मूल्य पर ब्याज अर्जित होगा अथवा अंतिम कूपन भुगतान का भुगतान छमाही आधार पर किया जाएगा। परिपक्वता तिथि पर प्रतिभूतियों का सममूल्य पर पुनर्भुगतान किया जाएगा। इस महीने की शुरुआत में भारतीय रिजर्व बैंक ने भी भारत सरकार की दो दिनांकित प्रतिभूतियों को फिर से जारी करने की घोषणा की थी, जिनकी कुल कीमत 32,000 करोड़ रुपये है। ये दोनों प्रतिभूतियाँ 18 नवंबर, 2039 को परिपक्व होने वाली 6.92 प्रतिशत सरकारी प्रतिभूति (जीएस) और 15 अप्रैल, 2065 को परिपक्व होने वाली 6.90 प्रतिशत जीएस पर फिर से जारी की गई हैं। इनमें से प्रत्येक बांड 16,000 करोड़ रुपये में जारी किया जाएगा।