नई दिल्ली: चीनी उद्योग की एथेनॉल मिश्रण कार्यक्रम ने किस्मत बदलने का काम किया है। लेकिन अब उद्योग एथेनॉल के संबंध में चिंतित नजर आ रहा है। पिछले कुछ वर्षों में, एथेनॉल की बढ़ती माँग को देखते हुए उद्योग ने नई एथेनॉल उत्पादन क्षमताएँ स्थापित करने और आपूर्ति बढ़ाने में भारी निवेश किया है, लेकिन अब उद्योग एथेनॉल आपूर्ति को लेकर चिंतित है, क्यूंकि उनका मानना है की अब ग्रेन के तरफ ज्यादा झुकाव हो चूका है।
चीनी उद्योग के अनुसार, मोलासेस और अनाज के बीच आवंटन का अंतर बहुत बढ़ गया । एक समय चीनी उद्योग लगभग 70% एथेनॉल की आपूर्ति करता था, जो अब घटकर लगभग 30% रह गया है, और यह कमी अनाज आधारित डिस्टलरीयों द्वारा पूरी की जा रही है। इस प्रतिकूल घटनाक्रम का एथेनॉल से राजस्व सृजन, किसानों को समय पर भुगतान और इष्टतम क्षमता उपयोग के संदर्भ में चीनी उद्योग पर कई प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहे हैं।
श्री रेणुका शुगर्स के कार्यकारी अध्यक्ष अतुल चतुर्वेदी ने कहा कि, नीति आयोग ने चीनी क्षेत्र से 55% और अनाज से 45% एथेनॉल उत्पादन की परिकल्पना की थी। इस समझ के आधार पर, चीनी क्षेत्र ने पूरी तरह से सरकार के वादे पर एथेनॉल के बुनियादी ढांचे में भारी निवेश किया। चतुर्वेदी को डर है कि, इस क्षेत्र को सीमित एथेनॉल आवंटन के साथ, ऋण पर ब्याज चुकाना मुश्किल होगा और यह फिर से रुग्णता की ओर बढ़ जाएगा। उन्होंने कहा, हमें उम्मीद है कि सरकार भविष्य की संभावनाओं को समझेगी और मूल शेष राशि को वापस लाएगी। इस साल गन्ने की अच्छी फसल की उम्मीद के साथ, इससे सरकार को चीनी क्षेत्र के लिए आवंटन को आवश्यकता के 55% तक बढ़ाने का आवश्यक विश्वास मिलेगा।”
इंद्रेश्वर शुगर मिल्स लिमिटेड की पूर्णकालिक निदेशक अंकिता पाटिल ने कहा कि, एथेनॉल चीनी मिलों के लिए मार्जिन स्थिरीकरण का एक प्रमुख कारक रहा है। उन्होंने कहा कि, अगर यह प्रवृत्ति जारी रही, तो चीनी उद्योग केवल चीनी पर अत्यधिक निर्भर हो जाएगा, जिससे एथेनॉल द्वारा प्रदान किया जाने वाला विविधीकरण और आर्थिक लाभ समाप्त हो जाएगा। उन्होंने आगे कहा कि, इससे उद्योग और भी असुरक्षित हो जाएगा, मोलासेस की कीमतों में गिरावट आएगी और एथेनॉल से होने वाले राजस्व में भारी कमी आएगी। उन्होंने निष्कर्ष निकाला की, वैश्विक कीमतों में उतार-चढ़ाव होगा और बुनियादी ढाँचे का कम उपयोग होगा। चीनी उद्योग की दीर्घकालिक स्थिरता के लिए रणनीतिक योजना और नीतिगत संरेखण आवश्यक होगा।