मुरादाबाद : उत्तर प्रदेश में गन्ना सीजन अपनी चरम सीमा पर पहुँच गया है, लेकिन किसानों की मिलों के प्रबंधन के खिलाफ कि शिकायतें कम होने का नाम नही ले रही है। गन्ना किसानों का आरोप है की गन्ना पर्ची वितरण में मनमानी होती है। अमरोहा जिले में गन्ना पर्ची वितरण में मनमानी के कारण गुस्साए किसान नेताओं ने गन्ना अधिकारी दफ्तर में तालाबंदी आंदोलन किया। साथ ही वे चार घंटे तक वही डटे रहे। गन्ना अधिकारी के आश्वासन के बाद किसान नेताओं ने आंदोलन स्थगित किया। उनका कहना है की अगर गन्ना किसानों की मांग नहीं मानी गई तो 17 मार्च से दोबारा आंदोलन होगा।
भारतीय किसान यूनियन भानू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिवाकर सिंह की अगुवाई में किसान नेता शुक्रवार को दोपहर लगभग एक बजे जिला गन्ना अधिकारी के कार्यालय परिसर में पहुंचें। उन्होंने कार्यालय के बाहर ताला जड़ दिया। कुछ देर के बाद जिला गन्ना अधिकारी हेमेंद्र प्रताप सिंह पहुंचें। किसान नेताओं पर्ची वितरण में चल रही मनमानी के लिए गन्ना कार्यालय को दोषी ठहराया।आंदोलनकारियों का कहना था कि, नरैनी, नरैना खुर्द और काफूरपुर इन तीन क्रय केंद्र में बदलाव करना है, लेकिन ऐसा नहीं हो पा रहा है। विरोध प्रदर्शन में चेयरमैन भगत सिंह, बॉबी चौधरी, छतर सिंह, जसवीर सिंह, नरेंद्र सिंह, बृजपाल सिंह, सतवीर सिंह, डॉ. हरपाल सिंह, समरपाल सैनी, पप्पू सिंह, संतरपाल सिंह, यशवीर सिंह, ओमवीर सिंह, राम सिंह, अमरपाल सिंह आदि शामिल हुए थे।
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