कोल्हापुर : स्वाभिमानी शेतकरी संगठन की 24वीं गन्ना परिषद 16 अक्टूबर को जयसिंगपुर के विक्रमसिंह मैदान में आयोजित होगी। यह घोषणा पूर्व सांसद राजू शेट्टी ने गुरुवार को जयसिंगपुर के कल्पवृक्ष उद्यान में आयोजित कार्यकर्ता सम्मेलन में की। राजू शेट्टी ने कहा कि, पिछले पांच वर्षों से गन्ने के एफआरपी में वृद्धि हुई है। हालाँकि, किसानों को इस बढ़ी हुई एफआरपी का कोई लाभ नहीं मिला है, क्योंकि खाद, बीज, कीटनाशक, श्रम, खेती और कटाई-परिवहन में भारी वृद्धि हुई है।
राजू शेट्टी ने आरोप लगाया की, केंद्र सरकार और राज्य सरकार ने चीनी उद्योग की अनदेखी शुरू कर दी है।चीनी और उसके उप-उत्पादों के संबंध में गलत निर्णय लिए गए हैं। उन्होंने दूरी की शर्त लगाकर चीनी मिलों को नए लाइसेंस जारी करना बंद कर दिया है। वहीं दूसरी ओर, इन मिलों की पेराई क्षमता तीन गुना, चार गुना बढ़ने लगी हैं। उन्होंने कहा, देश और राज्य के चीनी मिल मालिक एकजुट होकर एफआरपी में सेंध लगाकर गन्ना किसानों को मुश्किल में डालने की कोशिश कर रहे हैं। राज्य चीनी संघ और राज्य सरकार एक साथ मिलकर एकमुश्त एफआरपी में सेंध लगाकर उसे दो या तीन चरणों में देने की कोशिश कर रहे हैं।
फिलहाल, एकमुश्त एफआरपी की लड़ाई उच्च न्यायालय में जीत चुकी है। राज्य सरकार और राज्य चीनी संघ इस फैसले के खिलाफ सर्वोच्च न्यायालय गए हैं। हालांकि सर्वोच्च न्यायालय ने इस चुनौती याचिका पर रोक नहीं लगाई है, फिर भी गन्ना किसानों को कानूनी रूप से फंसाने की साजिश रची जा रही है। इसलिए राज्य के गन्ना किसानों को एकजुट होकर लड़ाई लड़ने की ज़रूरत है। ‘स्वाभिमानी’ की ओर से 24 तारीख को सांगली, कोल्हापुर, सोलापुर, सतारा और उत्तरी कर्नाटक में किसान रैलियां आयोजित की जाएँगी।
इस अवसर पर जिला अध्यक्ष अजित पोवार, धनाजी पाटिल, राजाराम देसाई, विट्ठल मोरे, राजेंद्र गद्द्यान्नवर, अन्नासाहेब चौगुले, बालासाहेब पाटिल, वसंत पाटिल, जयकुमार कोले, महेश खराडे सहित सांगली और कोल्हापुर जिलों के पदाधिकारी और कार्यकर्ता उपस्थित थे।