हरारे : उद्योग और वाणिज्य मंत्रालय, चिरेडज़ी में मकवासिन एस्टेट्स में एक नई चीनी मिल स्थापित करने की योजना बना रहा है, जिससे 500 से अधिक गन्ना किसानों को लाभ मिलने की उम्मीद है। फिलहाल, मकवासिन के किसानों को महंगे और अकुशल परिवहन के कारण मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। उन्हें अपने कटे हुए गन्ने को लगभग 70 किलोमीटर दूर ट्राएंगल और हिप्पो वैली एस्टेट्स की निकटतम मिलों तक ले जाना पड़ता है।
मासविंगो प्रांतीय मामलों और हस्तांतरण सचिव एडमोर पज़्वाकावंबवा ने कहा कि, नई मिल लागत कम करने, फसल खराब होने में कमी लाने और स्थानीय किसानों की आय बढ़ाने में मदद करेगी। टोंगाट हुलेट ज़िम्बाब्वे की देश के चीनी मिलिंग उद्योग में बड़ी हिस्सेदारी है, जो ट्राएंगल और हिप्पो वैली में दो मिलों को चलाता है। तीसरी मिल लाने से प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी, जिसका मतलब बेहतर कीमतें, सेवाएँ और उत्पादकों के लिए खेत से मिल तक कम सफर तय करना पड़ सकता हैं।ज़िम्बाब्वे गन्ना विकास संघ के अध्यक्ष एलीशा तामिरेपी ने इस कदम का स्वागत करते हुए कहा कि, इससे किसानों को परिवहन लागत बचाने में मदद मिलेगी।