बिजनौर (उत्तर प्रदेश): किसान सहकारी चीनी मिल्स लिमिटेड में नेशनल कोऑपरेटिव फेडरेशन की टीम ने चीनी मिल के विस्तारीकरण के संबंध में निरीक्षण किया। यह टीम अपनी रिपोर्ट सरकार को भेजेगी। हिंदुस्तान में प्रकाशित खबर के अनुसार, बुधवार को किसान सहकारी चीनी मिल के प्रधान प्रबंधक सुभाष चंद्र प्रजापति की उपस्थिति में फेडरेशन के तकनीकी सलाहकार सोमासुंदरम और मुरलीधर चौधरी के साथ मुख्य गन्ना सलाहकार डॉ आर बी डोले, मुख्य गन्ना अधिकारी आकाश तिवारी द्वारा संयुक्त रूप से मिल गेट एवं बाह्य कय केन्द्रों के ग्राम सुभालखेडी, कबाडीवाला, पर्वतपुर, कण्डावाला, नत्थावाली आदि क्षेत्र का भ्रमण किया। भ्रमण के दौरान कृषकों को बताया गया कि अगर आपके खेतों में पानी भर गया हो तो उसे काटकर बाहर निकाल दें।
खबर में आगे कहा है कि, निरीक्षण के दौरान 0238 गन्ना प्रजाति में रेड रॉट, पोक्का बोइंग के आरंभिक लक्षण दिखाई पडें। किसानों को प्रभावित कम्प उखाड़ कर ब्लीचिंग पाउडर छिड़कने तथा बरसात के बाद कॉपर ऑक्सीक्लोराइड का छिड़काव करने का सुझाव दिया गया। उन्होंने गन्ना प्रजाति 13235, 17221, 118, 18231 का बीज का उपयोग करने की सलाह दी। बताया कि लिक के विसरीकरण के लिए लगभग 40 करोड़ रुपए का बजट चाहिए जिसमें बॉयलर और टरबाइन बदले जाने की जरूरत है अपग्रेड होने के बाद जहां 30 हजार क्विंटल प्रतिदिन की प्राय क्षमता है वहां 50हजार कुंतल प्रतिदिन की प्राइस क्षमता हो जाएगी। चीनी मिल समिति के संचालक एवं प्रतिनिधियों से भी वार्ता की गई।