एथेनॉल प्लांट में सरकारी सब्सिडी यूरिया इस्तेमाल की लैब में पुष्टि हुई

शामली : हिंदुस्तान में प्रकाशित खबर में कहा गया है की, ऊन शुगर मिल के एथेनॉल प्लांट में एथेनॉल बनाने में टेक्निकल ग्रेड यूरिया के स्थान पर इस्तेमाल किए जा रहे सरकारी सब्सिडी यूरिया की पुष्टि लैब ने भी कर दी है। छापे के दौरान पकड़े गए यूरिया के नमूने लेकर जिला कृषि विभाग ने लैब भेजे थे। इनमें से एक की रिपोर्ट आ गई है जिसमें यूरिया ही होने की पुष्टि की गई है। इस मामले में एथेनॉल प्लांट के प्रबंधक से लेकर एचआर हेड आदि अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है।

खबर में कहा गया है कि, जनपद में एक के बाद कई रैक आने के बावजूद यूरिया की किल्लत एवं किसानों से मिल रही शिकायतों के आधार पर डीएम के आदेश पर गत 26 जून की शाम को जिला कृषि अधिकारी प्रदीप कुमार यादव आदि अधिकारियों ने पुलिस बल के साथ ऊन में स्थित शुगर मिल के एथेनॉल प्लांट पर छापेमारी की थी। इस दौरान एथेनॉल बनाने में किसानों द्वारा प्रयोग किए जाने वाले सब्सिडी यूरिया के कट्टों का इस्तेमाल होते पाया गया। जिला कृषि अधिकारी प्रदीप यादव ने बताया कि जांच को भेजे गए नमूनों में भी यूरिया की पुष्टि हो गई हुई है। जांच रिपोर्ट प्राप्त हो गई है। प्रदीप यादव का कहना है कि, इस में में पुलिस कार्रवाई चल रही है।

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