पीलीभीत : एक निजी चीनी मिल के चार वरिष्ठ अधिकारियों पर खीरी जिले में किसानों का 561 करोड़ रुपये का गन्ना भुगतान कथित तौर पर रोके रखने का आरोप लगाया गया है। यह आरोप बार-बार सरकारी निर्देशों और वसूली नोटिसों के बावजूद लगाया गया है। खीरी के जिला गन्ना अधिकारी (डीसीओ) वेद प्रकाश सिंह ने कहा कि गोला, पलिया और खंभारखेड़ा स्थित समूह की मिलों ने चीनी स्टॉक, एथेनॉल और उप-उत्पादों पर 85% टैगिंग के आदेश के बावजूद भुगतान नहीं किया है।
कथित बकाया 235 करोड़ रुपये (गोला), 168 करोड़ रुपये (पलिया) और 156.6 करोड़ रुपये (खंभारखेड़ा) है। बीएनएस की धारा 318(4) (धोखाधड़ी और बेईमानी) और 61(2) (आपराधिक षड्यंत्र) के तहत मामला दर्ज किया गया है। किसान सहकारी गन्ना विकास समिति के सचिव डॉ. राजीव कुमार सिंह ने शिकायत दर्ज कराई है।
उन्होंने दावा किया कि, खंभारखेड़ा मिल ने नवंबर 2024 और मार्च 2025 के बीच 346.1 करोड़ रुपये मूल्य के 94.3 लाख क्विंटल गन्ने की पेराई की, लेकिन मिल 14 दिनों की निर्धारित अवधि के भीतर किसानों को भुगतान करने में विफल रही। जिला और उप गन्ना आयुक्तों से कई नोटिस और यूपी गन्ना आयुक्त से 274 करोड़ रुपये के वसूली प्रमाण पत्र के बावजूद, कोई भुगतान नहीं किया गया, ऐसा आरोप लगाया गया।