लखनऊ : उत्तर प्रदेश के कई जिलों में बाढ़ से फसलें प्रभावित होने की खबरें सामने आ रही है। बाढ़ ने खासकर गन्ने की फसल को भी बड़ा नुकसान पहुंचाया है। बाढ़ प्रभावित गन्ना फसल रोग की चपेट में आई है। जागरण में प्रकाशित खबर के मुताबिक, गन्ना विभाग द्वारा जुटाई गई जानकारी में 6,619 हेक्टेयर फसल के रोग से प्रभावित होने की बात सामने आई है। फसल बचाने के लिए ड्रोन से माध्यम से रोग प्रभावित फसल पर दवाओं का छिड़काव करने के लिए निर्देश दिए गए हैं। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में गन्ना किसानों की सहायता के लिए विभागीय टोल-फ्री नंबर 18001213203 पर सूचनाएं एकत्र की जा रही हैं। किसान इस पर प्रभावित फसलों की जानकारी दे सकते हैं।
खबर में आगे कहा गया है की, बाढ़ के प्रभावित जिलों में गन्ने की फसल की स्थिति जानने के लिए पिछले सप्ताह अधिकारियों को गांव-गांव भ्रमण करने के निर्देश दिए गए थे। अधिकारियों द्वारा अब तक 2,046 गांवों का दौरा किया गया। अधिकारियों के हिसाब से गन्ने की 237 हेक्टेयर फसल पर रेड राट, 3,033 हेक्टेयर फसल पर पोक्का बोइंग और 3,349 हेक्टेयर फसल पर टाप बोरर रोग का प्रभाव मिला है। अपर मुख्य सचिव गन्ना विकास एवं चीनी उद्योग वीना कुमारी ने अधिकारियों को प्रभावित गन्ना क्षेत्रों में जाकर किसानों को उचित सलाह देने, खेतों से जल निकासी की व्यवस्था कराने और रोग नियंत्रण के लिए ड्रोन के माध्यम से रासायनिक दवाओं का छिड़काव कराने के निर्देश दिए हैं।