बहराइच, उत्तर प्रदेश: गन्ने की नई 13235 प्रजाति किसानों को फायदेमंद साबित हो रही है।भास्कर में प्रकाशित खबर के मुताबिक, परसोहर जरवल ब्लॉक की ग्राम सभा चहलार और उसरा के किसानों ने पिछले वर्ष गन्ना प्रजाति 13235 की बुवाई की। इस प्रजाति से प्रति बीघा 100 क्विंटल तक की पैदावार हुई। इस प्रजाति की बुवाई का सही समय फरवरी से मार्च है। बुवाई से पहले जनवरी से 20 फरवरी तक खेत की विशेष तैयारी करनी होती है। इसमें पलट हल से दो बार, रोटावेटर से दो बार और कल्टीवेटर से दो बार जुताई शामिल है।
फसल की देखभाल में पूर्ण जमाव के बाद दो बार गुड़ाई करना जरूरी है। समय-समय पर सिंचाई भी आवश्यक है। जुलाई और अगस्त में गन्ने की दो बार बंधाई करनी होती है, जिससे फसल जमीन पर न गिरे। गन्ना जमीन पर गिरने से पैदावार कम हो जाती है। किसान गुरु प्रसाद, राम तेज, रामसेवक और विनोद कुमार ने बताया कि इस प्रजाति से उन्हें काफी मुनाफा हुआ है। इस वर्ष प्रति बीघा 110 कुंतल तक पैदावार मिली है। जरवल शुगर मिल के गन्ना अधिकारी सी.पी. सिंह के अनुसार, इस प्रजाति में चीनी की मात्रा भी अधिक निकलती है। इससे किसानों के साथ-साथ मिल प्रशासन को भी लाभ होता है।