भारत की जीडीपी 9.2 प्रतिशत बढ़ने का अनुमान: आर्थिक सर्वेक्षण

नई दिल्ली : सोमवार को संसद में पेश किए गए आर्थिक सर्वेक्षण 2021-22 के अनुसार, चालू वित्त वर्ष में भारत के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में 9.2 प्रतिशत की वृद्धि होने की उम्मीद है। अग्रिम अनुमान बताते हैं कि, भारतीय अर्थव्यवस्था को 2020-21 में अनुबंध के बाद 2021-22 में 9.2 प्रतिशत की वास्तविक जीडीपी विस्तार देखने की उम्मीद है। आर्थिक सर्वेक्षण में कहा गया है कि, समग्र आर्थिक गतिविधि पूर्व-महामारी के स्तर से आगे निकल गई है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने संसद के बजट सत्र के पहले दिन लोकसभा में वार्षिक रिपोर्ट पेश की। महामारी से कृषि और संबद्ध क्षेत्र सबसे कम प्रभावित हुए हैं और पिछले वर्ष में 3.6 प्रतिशत की वृद्धि के बाद इस क्षेत्र के 2021-22 में 3.9 प्रतिशत बढ़ने की उम्मीद है। अग्रिम अनुमान बताते हैं कि, उद्योग का जीवीए (खनन और निर्माण सहित) 2021-22 में 11.8 प्रतिशत की वृद्धि होगी, जो 2020-21 में 7 प्रतिशत अनुबंध के बाद होगा।

सेवा क्षेत्र महामारी से सबसे अधिक प्रभावित हुआ है। पिछले वर्ष के 8.4 प्रतिशत संकुचन के बाद इस वित्तीय वर्ष में इस क्षेत्र के 8.2 प्रतिशत बढ़ने का अनुमान है।2021-22 में कुल खपत 7.0 प्रतिशत बढ़ने का अनुमान है। इसी तरह, बुनियादी ढांचे पर सार्वजनिक व्यय में वृद्धि के कारण सकल अचल पूंजी निर्माण महामारी पूर्व के स्तर से अधिक हो गया है।2021-22 में अब तक वस्तुओं और सेवाओं दोनों का निर्यात असाधारण रूप से मजबूत रहा है, लेकिन घरेलू मांग में सुधार के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कमोडिटी की कीमतों में सुधार के साथ आयात में भी मजबूती आई है।

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