कर्नाटक: मायशुगर मिल द्वारा 8 लाख टन गन्ना पेराई संभव

मंड्या : मायशुगर मिल शुरू होने की खबर से किसानों में खुशी की लहर है। और इस सीजन पेराई में भी मिल अच्छा प्रदर्शन करने वाला है।

द हिन्दू में प्रकाशित खबर के मुताबिक, पांडवपुरा के सहायक आयुक्त शिवानंदमूर्ति ने कहा कि, पिछले कई सालों बंद पड़ी मायशुगर मिल को राज्य सरकार द्वारा पुनर्जीवित किया जा रहा है और इस साल जुलाई में परिचालन शुरू होने की उम्मीद है। उन्होंने कहा की, मिल की एक सीजन में 8 लाख टन गन्ने की पेराई करने की क्षमता है। रायथा बंधू मांड्या फाउंडेशन (Raitha Bandu Mandya Foundation) और किसानों द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में मायशुगर मिल के परिसर में किए गए श्रमधन को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि, मांड्या जिले में राज्य के स्वामित्व वाली चीनी मिल है और अगर हर कोई इसके विकास लिए हाथ मिलाता है, तो हर किसान इससे लाभान्वित होगा।

उन्होंने मिल को पुनर्जीवित करने के लिए मायशुगर के अधिकार क्षेत्र में आने वाले सभी श्रमिकों, अधिकारियों, किसानों और गन्ना उत्पादकों से सहयोग और समर्थन मांगा। मायशुगर के प्रबंध निदेशक ए.सी. पाटिल ने मिल परिसर की सफाई के लिए रायथा बंधु मांड्या फाउंडेशन और किसानों को धन्यवाद दिया। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि, इस साल जुलाई में मिल का परिचालन फिर से शुरू करने के बाद किसानों को बड़ी राहत मिलेगी। उन्होंने कहा कि, इसकी सफलता के लिए सभी का समर्थन और सहयोग बहुत जरूरी है।

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