बुलंदशहर (उत्तर प्रदेश): जिले के किसानों में गन्ना फसल की दिलचस्पी लगातार बढ़ रही है, जिसके कारन जिलें में गन्ने का रकबा बढ़ रहा है। केंद्र और राज्य सरकार द्वारा चीनी उद्योग को दिए जा रहे सहायता का असर अब जमीन पर दिखने लगा है।हिंदुस्तान में प्रकाशित खबर के अनुसार, चारों चीनी मिलों परिक्षेत्रों में गन्ना विभाग की टीम ने सर्वें पूरा कर लिया है। पिछले साल के मुकाबले इस बार जिले में 4,228 हेक्टेयर गन्ने का रकबा बढ़ा है। मौजूदा सत्र में 83,201 हेक्टेयर पर गन्ने का रकबा हो गया है। गन्ना विभाग अब किसानों का सट्ट तैयार करने में लगा हुआ है।
जिला गन्ना अधिकारी अनिल कुमार ने बताया कि, इस साल किसानों ने 83,210 हेक्टेयर भूमि पर गन्ने की फसल उगाई है। पिछले वर्ष 78,982 हेक्टेयर भूमि गन्ने की पैदावार हुई थी जो पिछले साल के मुकाबले में 4228 हेक्टेयर ज्यादा है। लगातार बढ़ रहे गन्ने के रकबे से ज्वार, गेहूं, बाजरा और मक्का व अन्य फसलों का रकबा कम हो रहा है। उन्होंने बताया कि जिले के लिए यह अच्छी बात है कि किसानों का रुझान गन्ने की फसल पर ज्यादा जा रहा है। गन्ने की फसल का सर्वे पूरा होने के बाद विभागीय अधिकारी किसानों का सट्टा तैयार करने में जुट गए हैं। जल्द मिल के कर्मी गांव-गांव जाकर किसानों को गन्ने का सर्वे दिखाएंगे। उन्होंने बताया कि दीपावली के आस-पास जिले की चीनी मिलों में गन्ने की पेराई शुरू हो जाएगी।