देवरिया: जनपद की इकलौती चीनी मिल बजाज हिंदुस्तान द्वारा गन्ना किसानों के करोड़ों रुपए का बकाया भुगतान नहीं दिये जाने से राज्य सरकार हरकत में आई है। वही गन्ना किसानों का आरोप है की प्रशासन के आदेशों की अनदेखी की जा रही है। मिल की चीनी बिक्री अब सरकार की निगरानी में की जायेगी और उससे जमा पैसों से किसानों के बकाये चुकाए जाएंगे।
प्राप्त खबरों के मुताबिक गन्ना अधिकारी और एसडीएम बजाज हिंदुस्तान द्वारा चीनी की सप्लाई व उसकी बिक्री पर कड़ी नजर रख रहे हैं। इसके अलावा बिना अनुमति मिलों की चीनी नहीं बेची जाएगी।
गौरतलब है कि इस चीनी मिल में गये साल 6 दिसंबर को गन्ने की पेराई शुरु हुई थी और जागरण डॉट कॉम के मुताबिक अबतक इस मिल में तकरीबन 24 लाख 75 हजार क्विटल गन्ने की पेराई हो चुकी है। फ़िलहाल इस मिल में गन्ने की कमी होने लगी है। जिससे गन्ने की उपलब्धता नहीं होने से मिल के पेराई सत्र का जल्द अवसान होने की उम्मीद जताई जा रही है।
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