लुधियाना में गेहूं की खेती का रकबा 5 साल के निचले स्तर पर

लुधियाना : लुधियाना जिले में गेहूं की खेती का क्षेत्र 2017 के बाद से सबसे कम हो गया है। पिछले पांच वर्षों में राज्य के सबसे बड़े और सबसे बड़े जिले में अनाज की खेती का क्षेत्रफल 2.52 लाख हेक्टेयर से घटकर 2.43 लाख हेक्टेयर हो गया है। मुख्य कृषि अधिकारी (सीएओ), डॉ. अमनजीत सिंह ने मंगलवार को द ट्रिब्यून को बताया कि, लुधियाना जिले के किसानों ने चालू सीजन 2022-23 के लिए 2.43 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में गेहूं की बुवाई की है। उन्होंने बताया कि, पिछले आठ वर्षों में गेहूं की खेती के तहत क्षेत्र में कमी हुई है और किसान अन्य वैकल्पिक फसलों का विकल्प चुन रहे हैं, जो बेहतर रिटर्न देने के साथ-साथ कम पानी की खपत करते हैं।

उन्होंने कहा, गेहूं की खेती के तहत क्षेत्र में कमी से किसानों को उनकी वैकल्पिक फसलों के लिए बेहतर लाभांश अर्जित करने में मदद मिलेगी, साथ ही यह पानी को बचाने में भी मदद करेगा, जिसका भूमिगत स्तर तेजी से घट रहा था।गेहूं की खेती के तहत क्षेत्र के पिछले रुझान से पता चलता है कि, 2015-16 में 2.51 लाख हेक्टेयर से घटकर 2016-17 में 2.5 लाख हेक्टेयर हो गया था, लेकिन 2017-18 में 2.52 लाख हेक्टेयर के उच्चतम स्तर तक पहुंच गया था। 2018-19 में फिर से घटकर 2.51 लाख हेक्टेयर, 2019-20 में 2.5 लाख हेक्टेयर और 2020-21 में 2.49 लाख हेक्टेयर, 2021-22 में 2.44 लाख हेक्टेयर और चालू रबी सीजन 2022-23 के लिए पांच साल के निचले स्तर 2.43 लाख हेक्टेयर पर आ गया।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here