औरंगाबाद: जून की शुरुआत में बारिश के मौसम की एक आशाजनक शुरुआत के बाद, अब मराठवाड़ा के विभिन्न हिस्सों में मानसून का शुष्क दौर देखा जा रहा है, जिससे जुलाई में क्षेत्र के आठ जिलों में से पांच में औसत से भी कम वर्षा हुई है। यदि सूखा जारी रहता है, तो कई क्षेत्रों में खरीफ फसल संकट में पड सकती है।
टाइम्स ऑफ इंडिया में प्रकाशित खबर के मुताबिक, आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, जुलाई में अब तक परभणी जिले में सबसे अधिक वर्षा की कमी (40%) दर्ज की गई है, इसके बाद जालना (22%), हिंगोली (21%), नांदेड़ (13%) और औरंगाबाद (2%) का स्थान है।
दूसरी ओर, उस्मानाबाद में जुलाई में सामान्य वर्षा के 180 प्रतिशत बारिश हुई है, जबकि लातूर (109%) और बीड (108%) बारिश दर्ज की गई है। इस क्षेत्र में जुलाई में अब तक औसतन 61 मिमी बारिश हुई है। औरंगाबाद जिले के अधीक्षण कृषि अधिकारी तुकाराम मोटे ने कहा कि, मौजूदा खरीफ सीजन के दौरान नियमित वर्षा गतिविधि गायब है। नवीनतम रिपोर्ट के अनुसार, खरीफ फसलों की बुवाई 80% तक बढ़ गई है और अगले सप्ताह तक और बढ़ सकती हैै।
भारत मौसम विज्ञान विभाग ने अगले 24 घंटों के दौरान औरंगाबाद और मराठवाड़ा के कुछ हिस्सों में भारी बारिश का अनुमान लगाया है, इसके बाद 48 घंटों की अवधि के दौरान मध्यम बारिश की संभावना है।
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