बीड: जिले के जय महेश चीनी मिल ने गन्ना ढुलाई करनेवाले ट्रैक्टर – ट्रोलियों, बैलगाड़ियों पर अत्याधुनिक ‘बारकोड’ प्रणाली स्थापित की गई है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके की गन्ना ले जाने वाले वाहन अनुशासित तरीके से आवागमन करते है या नही। बारकोड प्रणाली के कारण गन्ना ढुलाई करने वाले वाहनों की भीड़ की समस्या भी हल हो गई है। सभी किसानों को इस तकनीक का लाभ हो रहा है।
जय महेश चीनी मिल इस तरह की प्रणाली का इस्तेमाल करनेवाली राज्य की पहली मिल बन गई है। पेराई सीजन के दौरान चीनी मिल परिसर में गन्ना तौलने के लिए ड्रायवरों के बीच कई बार संघर्ष होता है। लंबी कतार से बचने के लिए हर कोई अपने वाहन का वजन जल्दी करना चाहता है, जिससे कई बार झगड़ा भी होता है। बहुत से लोग मिल प्रबंधन द्वारा दिए गए वाहनों के अलावा अन्य वाहनों से गन्ना लाते है, तब अन्य किसानों को इंतजार करना पड़ता है। इन सभी परेशानीयों से बचने के लिए जय महेश चीनी मिल ने 400 ट्रैक्टर – ट्रोलियों और 200 बैलगाड़ियों को बारकोड दिए है। जब वाहन वेट ब्रीज पर आते है, तब मिल कर्मी वाहन का बारकोड स्कैन करता है, और फिर उस वहन की रसीद कंप्यूटर से निकलती है। सभी रसीदें भी ऑनलाइन कर दी गई है।