महाराष्ट्र में 8 जून तक सामान्य से कम बारिश होने का अनुमान

पुणे : आईएमडी के नवीनतम विस्तारित पूर्वानुमान से पता चला है कि, राज्य में कम से कम 8 जून तक सामान्य से कम बारिश होने की संभावना है। कृषि विभाग के अधिकारियों ने कहा कि, बारिश के कमी से दक्षिण कोंकण और दक्षिण महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों में खरीफ की बुवाई में देरी हो सकती है। महाराष्ट्र में अब तक प्री-मानसून बारिश में लगभग 62 फीसदी की कमी हो चुकी है। आईएमडी, पुणे के प्रमुख अनुपम कश्यपी ने द टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया कि, 30-31 मई के बाद, दक्षिण महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों में 2 जून तक गरज के साथ हल्की बारिश होने लगेगी। 3-7 जून से दक्षिण कोंकण और दक्षिण मध्य महाराष्ट्र के क्षेत्र के कुछ हिस्सो में बहुत हल्की वर्षा होने की संभावना हैं। कश्यपी ने कहा कि सात जून तक महाराष्ट्र में कुल बारिश सामान्य से कम रहेगी और उसके बाद बारिश की गतिविधियां बढ़ जाएंगी।

राज्य के कृषि विभाग के अधिकारियों ने कहा कि अगर जून के शुरुआती कुछ दिनों में राज्य में अच्छी बारिश नहीं हुई तो दक्षिण कोंकण और दक्षिण महाराष्ट्र के जिलों में धान और सोया की बुवाई में देरी हो सकती है। मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा और विदर्भ के कुछ हिस्सों में खरीफ की बुवाई 15 जून के बाद शुरू होती है, लेकिन कोंकण और सांगली, कोल्हापुर, सतारा और पश्चिमी घाट क्षेत्र जैसे जिलों में इसकी बुवाई इससे पहले शुरू हो जाती है। आमतौर पर दक्षिण कोंकण और दक्षिण महाराष्ट्र के क्षेत्रों में 15 मई के बाद बुवाई की गतिविधियां शुरू हो जाती हैं। महाराष्ट्र के कृषि आयुक्त धीरज कुमार ने कहा, राज्य में जून के पहले 9-10 दिनों के दौरान बारिश की कमी का खरीफ बुवाई पर कोई बड़ा असर नहीं हो सकता है क्योंकि महाराष्ट्र में मानसून का आगमन 9 जून के आसपास शुरू होता है। उन्होंने कहा कि, अगर 20 जून तक अच्छी बारिश में देरी हुई तो बुवाई में देरी हो सकती है।

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