कोरोना वायरस: इथेनॉल की मांग में गिरावट के कारण ब्राजील संकट में; स्पेशल क्राइसेस मैनेजमेंट टीम गठित

न्यूयॉर्क: कोरोना वायरस महामारी से बचाव और रोकथाम तथा इससे होने वाले नुकसान से निपटने के लिए ब्राजील में इथेनॉल के डिस्ट्रीब्यूटर्स और प्रोड्यूसर्श ने स्पेशल क्राइसेस मैनेजमेंट टीम (संकट प्रबंधन टीम) का गठन किया है। इस महामारी के कारण इन्हें भारी नुकसान का सामना करना पड़ रहा है। इस टीम का काम महामारी में नुकसान से बचने के लिए रणनीतियां बनाने और उसे कार्यान्वित करना होगा।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सबसे बड़े ईंधन वितरकों में से एक ने पहले ही फोर्स मेज्योर (Force majeure) क्लॉज लागू करने की घोषणा की है। फोर्स मेज्योर कंपनी के बीच होने वाले वाले कॉन्ट्रेक्ट का एक क्लॉज होता है। जब कभी कंपनी आपदा की स्थिति में कान्ट्रेक्ट पूरा करने में असमर्थ होती है तब इसका प्रयोग किया जाता है।

मार्केट के लोगों को लगता है कि यदि महामारी नहीं रुकी तो ब्राजील फोर्स मेज्योर समान्य हो जाएगा। रिपोर्ट्स के मुताबिक यहां की कुछ कंपनियों ने अपनी निवेश योजनाओं को फिलहाल रोक दिया है और कंपनी के कर्मचारियों के वेतन और बोनस में कटौती की है।

ज्यादातर डिस्ट्रीब्यूटर्स ने मांग कम होने की वजह से इथेनॉल खरीदना कम कर दिया है। ब्राजील के सेंट्रल साउथ में इथेनॉल की बिक्री पिछले दो हफ्तों में 50 से 60 प्रतिशत गिर गई है, क्योंकि शहरों में लाइट व्हीकल का उपयोग कम हो गया है। कुछ शहरों में तो ट्रांसपोर्टेशन 70 प्रतिशत तक कम हुआ है। संकट प्रबंधन दल यह अनुमान लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि कब तक यह मांग कम रहेगी और इसमें कब सुधार आएगा।

साओ पाउलो के एक डिस्ट्रीब्यूटर ने कहा कि अगर मौजूदा संकट और बिगड़ता है तो हमें अपने छोटे गैस स्टेशनों को बंद करने के लिए बाध्य होना पड़ेगा।

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