ब्राजील: चीनी मिलों का इथेनॉल उत्पादन पर ध्यान केंद्रित

न्यूयॉर्क : दुनिया के चीनी का शीर्ष निर्यातक ब्राजील में ‘खाद्य विरुध्द ईंधन’ में चल रहें खींचतान के बीच वैश्विक बाजारों में चीनी की आपूर्ति में कमी की संभावना है। ब्राजील की नजरे अब इथेनॉल के रिकॉर्ड कीमतों पर है, क्योंकि वहां के उपभोक्ता covid -19 प्रतिबंधों को आसान बनाने के बाद फिर से यात्रा करने के लिए निकल पड़े हैं, जिससे जैव ईंधन की खपत बढ़ रही है। जिसके चलते ब्राजीलियाई मिलें चीनी की बजाए इथेनॉल में अधिक गन्ने की प्रोसेसिंग शुरू कर सकती हैं। पैरागॉन ग्लोबल मार्केट्स के प्रबंध निदेशक माइकल मैकडॉगल ने कहा, जैव ईंधन संभावित रूप से अधिक लाभदायक है, खासकर उन मिलों के लिए जो आर्थिक रूप से तंगी से गुजर रही हैं। साओ पाउलो की मिलों में इथेनॉल की कीमतें पिछले हफ्ते 10% उछलकर 2000 के उच्चतम स्तर तक जा पहुंचीं।

ब्राजील में सूखे के कारण गन्ने की आपूर्ति पहले से ही कम है। उद्योग समूह यूनिका के अनुसार, अप्रैल के पहली छमाही में केन-क्रशिंग 31% गिर गया। न्यूयॉर्क में वायदा कीमतें पिछले 12 महीनों में 73% ऊपर हैं। पिछले 12 महीनों में अमेरिकी इथेनॉल की कीमतें भी लगभग दोगुनी हो गईं। ब्राजील में इथेनॉल भी गैसोलीन की तुलना में अपेक्षाकृत अधिक महंगा हो रहा है, जिसका अर्थ है कि मांग में वृद्धि हो सकती है। ब्राजील के ड्राइवर दोनों ईंधन का उपयोग करते हैं, और आमतौर पर जो भी सस्ता होता है उसे उठाते हैं।

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