अच्छा मान्सून, मान्सून के वापसी के समय हुयी अच्छी बारिश और किसानों की तरफ से की गयी गन्ने की अच्छी खेती की वजह से राज्य के चीनी विभाग ने प्रति हेक्टर ८० टन गन्ने की पैदावर होने का अनुमान व्यक्त किया था. लेकिन यह पैदावार १०० से ११० टन तक पहुँच गया है. इसकी जानकारी अभी संपन्न हुए राज्य के चीनी मिलोंके सभा में दी गयी है.
राज्य के अगले यानी २०१८-१९ गन्ने के मौसमें में राज्य में १०७१ लाख टन इतनी भारी मात्रा में गन्ने की पैदावार होने का अनुमान है. अभी समाप्त हुए २०१७-१८ की तुलना में अगले मौसमें गन्ने की उपलब्धता १२० लाख टन से बढ़ने वाली है. तथा ११० लाख टन रेकॉर्ड चीनी का उत्पादन होने की संभावना जतायी जा रही है. परंपरागत रूप से गन्ने की खेती से संपन्न पश्चिमी महाराष्ट्र के अलावा उजनी डॅम के परिसर में पानी की उपलब्धता से सोलापुर जिले में और जायकवाडी डॅम के परिसर में मराठवाडा विभाग में गन्ने की बंपर उपलब्धता होने जा रही है.
२०१७-१८ के मौसमें राज्य में कुल १८७ चीनी मीलों ने ९५१.६९ लाख टन गन्ने का क्रशिंग किया है. अभी भी ४ चीनी मिले कायर्रत है, और उनका चीनी उत्पादन शुरू है. राज्य के चीनी आयुक्तालय के सूत्रों के अनुसार कुल ७२२ लाख टन गन्ने कि पैदावार से प्रतयक्ष में ६५० लाख टन गन्ने का क्रशिंग होने कि संभावना व्यक्त कि गयी थी. और ११.३३% रिकवरी के अनुसार ७३.४० लाख टन चीनी उत्पादन कि संभावना जताई गयी थी. इस मौसम में ९.०२ लाख टन हेक्टर क्षेत्र में चीनी कि बुआइ कि गयि थी. और अगले मौसम में १० लख ५० हजार हेक्टर क्षेत्र में गन्ने की बुआई की गयी है. यह गत वर्ष की तुलना में डेढ लाख हेक्टर अधिक है. यह भी एक रेकॉर्ड होने की संभावना है.