पुणे: महाराष्ट्र के विदर्भ और मराठवाड़ा क्षेत्रों में कहर बरपाने के बाद, व्हाइट ग्रब (हुमणी) अब पुणे जिले के भीतर लगभग 3,000 एकड़ गन्ने की फसल को प्रभावित कर रही है। यह कीट गन्ने की जड़ों को खाते हैं, नमी को कम करते हैं। इससे गन्ने की पत्तियों का पीलापन और झुलसना शुरू हो जाता है और जिसके परिणामस्वरूप गन्ने को भारी मात्रा में नुकसान होता है।
द हिन्दू बिज़नेस लाइन डॉट कॉम में प्रकाशित खबर के मुताबिक, गुजरात स्थित इंस्टीट्यूट ऑफ सॉइल एंड प्लांट हेल्थ के कृषि वैज्ञानिक और तकनीकी निदेशक, रुतुजा मोरे ने कहा कि, पुणे जिले के भीतर विशेष रूप से दौंड, इंदापुर और बारामती तालुका के गन्ने के बेल्ट में व्हाइट ग्रब का संक्रमण अधिक है। फसल को बचाने के लिए तेजी से उपाय किए जाने चाहिए। इंद्रापुर में कर्मयोगी शंकररावजी पाटिल चीनी मिल के एमडी बाजीराव सुतार ने कहा कि, फसल के नुकसान का मूल्यांकन करने के लिए गन्ने के खेतों का सर्वेक्षण चल रहा है। उन्होंने कहा कि, नुकसान को कम करने के लिए जल्द से जल्द काम शुरू हो जाएगा।
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