नई दिल्ली: गेहूं की बढ़ती कीमतों को रोकने के लिए केंद्र सरकार ने अगले सप्ताह लगभग 16 लाख टन गेहूं खुले बाजार में लाने की योजना बनाई है। सरकार यह गेहूं नैफेड और केंद्रीय भंडार (एफसीआई ) जैसी एजेंसियों को भी देगी, जो मौजूदा एमआरपी से सस्ती दर पर 29.5 रुपये प्रति किलो पर आटा (गेहूं का आटा) बेचेगी।
अब तक एफसीआई ने खुले बाजार में नौ लाख टन से अधिक गेहूं की नीलामी की है।सूत्रों के अनुसार, सरकार अगले कुछ दिनों में उस आरक्षित मूल्य पर फैसला लेगी जिस पर अनाज बेचा जाएगा। उन्होंने कहा कि, एमएसपी से नीचे गेहूं बेचने का कोई भी फैसला प्रतिकूल होगा क्योंकि व्यापारियों द्वारा उन्हें एमएसपी पर सरकार को फिर से बेचने की संभावना अधिक है। किसानों ने मौजूदा मार्केटिंग सीजन के लिए मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और गुजरात के कुछ हिस्सों में अपनी नई कटी हुई गेहूं की फसल को मंडियों में लाना शुरू कर दिया है। उद्योग के सूत्रों ने कहा कि 2023-24 विपणन सत्र के लिए 2,125 रुपये प्रति क्विंटल के एमएसपी के मुकाबले फसल की मंडी कीमतें 2,400-2,500 रुपये प्रति क्विंटल के दायरे में चल रही हैं।