चंडीगढ़ : रद्द किए जा चुके तीन कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन की दूसरी वर्षगांठ मनाते हुए भारतीय किसान यूनियन के चारुनी गुट के राष्ट्रीय अध्यक्ष गुरनाम सिंह चारुनी ने किसानों से अपने हितों के रक्षा करने के लिए एकजुट रहने को कहा। वह अंबाला छावनी के मोहरा गांव के पास एनएच-44 पर अनाज बाजार में एक रैली को संबोधित कर रहे थे, जहां किसान और संघ से जुड़े कार्यकर्ता हरियाणा और पंजाब के स्थानों से अपनी ट्रैक्टर-ट्रॉलियों पर पहुंचे थे।
चारुनी गुट ने राज्य सरकार को अल्टीमेटम दिया था कि, वह 2020-21 के आंदोलन के दौरान किसानों पर दर्ज आपराधिक मामले वापस ले, अन्यथा बाजार के पास सड़क जाम का सामना करें। हालांकि बुधवार को गृह मंत्री अनिल विज के आश्वासन के बाद आंदोलन वापस ले लिया गया। रैली के बाद यूनियन नेताओं ने उपायुक्त प्रियंका सोनी व एसपी जशनदीप सिंह रंधावा को ज्ञापन देकर एमएसपी की गारंटी और गन्ने की कीमत 450 रुपये तय करना, और दिल्ली व चंडीगढ़ में किसानों पर दर्ज आपराधिक मामले वापस लेने की मांग की। सोनी ने कहा कि, सरकार को जल्द से जल्द मांग पत्र भेजा जाएगा।