रायपुर: छत्तीसगढ़ का पहला एथेनॉल प्लांट पब्लिक-प्राइवेट-पार्टनरशिप (पीपीपी) मॉडल के तहत स्थापित किया जा रहा है। कबीरधाम जिले में भोरमदेव सहकारी चीनी मिल के पास छत्तीसगढ़ का पहला एथेनॉल प्लांट बनाया जा रहा है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि, परियोजना के कार्यान्वयन में तेजी आई है।
उन्होंने कहा कि, वह कृषि आधारित एथेनॉल प्लांट को अपनी सरकार की प्राथमिकता वाली योजनाओं में से एक के रूप में शामिल करेंगे। इस प्लांट की क्षमता 80 किलो लीटर प्रतिदिन (केएलपीडी) होगी।
छत्तीसगढ़ सरकार ने राज्य की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए परियोजना में वित्तीय और तकनीकी भागीदारी के लिए निजी कंपनियों को शामिल करने का निर्णय लिया है। सार्वजनिक-निजी-भागीदारी (PPP) मॉडल के तहत राज्य का पहला एथेनॉल संयंत्र स्थापित किया जाएगा। राज्य सरकार के अधिकारियों ने दावा किया कि, PPP मॉडल के तहत देश में स्थापित होने वाला यह पहला एथेनॉल प्लांट होगा।
भोरमदेव सहकारी चीनी मिल और छत्तीसगढ़ डिस्टिलरी की सहायक कंपनी एनकेजे बायोफ्यूल के बीच एक अनुबंध पर हस्ताक्षर किए गए हैं।
चीनीमंडी से बातचीत में भोरमदेव सहकारी चीनी मिल के प्रबंध संचालक भूपेंद्र कुमार ठाकुर ने कहा की यह प्लांट अगले साल के शुरुआती महीने में शुरू होने की संभवाना है। इससे स्थनीय लोगो को भी रोजर मिलेगा।