सोलापुर : सोलापुर की हवाई सेवा के लिए एक बड़ी बाधा मानी जा रही श्री सिद्धेश्वर सहकारी चीनी मिल की चिमनी को सोलापुर नगर निगम ने आखिरकार ध्वस्त कर दिया है। सिद्धेश्वर सहकारी चीनी मिल को चिमनी तोड़े जाने से करीब चार सौ करोड़ रुपये का आर्थिक नुकसान उठाना पड़ेगा। इसके अलावा 38 मेगावाट की बिजली उत्पादन परियोजना बंद होने जा रही है। मिल की गन्ना पेराई क्षमता प्रति दिन दस हजार टन से गिरकर केवल चार हजार टन हो जाएगी।
विगत 50 वर्षों से सिद्धेश्वर चीनी मिल सफलतापूर्वक चल रही है। उत्तर सोलापुर, दक्षिण सोलापुर, अक्कलकोट, मोहोल और तुलजापुर यह पांच तालुका मिल क्षेत्र में आते है। इस मिल को पूर्व सांसद मडेप्पा बंडप्पा उर्फ अप्पासाहेब काडादी द्वारा स्थापित किया गया था। काडादी परिवार की चौथी पीढ़ी फैक्ट्री चला रही है। लगभग 27 हजार सदस्य, किसान और 1100 श्रमिक अपनी आजीविका के लिए इस मिल पर निर्भर हैं।
पिछले आठ साल से जिले की राजनीति में श्री सिद्धेश्वर चीनी मिल की अनाधिकृत चिमनी से बवाल शुरू हो गया था। सोलापुर में उड़ान सेवाओं को बाधित करने वाली चिमनी को गिराने के लिए कानूनी और राजनीतिक लड़ाई चल रही थी। बुधवार दिनभर चिमनी गिराने की तैयारी की गई। गुरुवार को चिमनी को ध्वस्त कर दिया गया।