नई दिल्ली: जून के पहले छह दिनों में देशभर में डीजल बिक्री 19.7% गिरकर 762 हजार टन हो गई, जो पिछले वर्ष की तुलना में ईंधन की खुदरा कीमतों में वृद्धि के कारण कम मांग का संकेत माना जा रहा है। मई में डीजल की बिक्री सालाना आधार पर 1.4% बढ़कर 4.9 मिलियन टन (MT) हो गई थी। सरकार द्वारा संचालित तेल विपणन कंपनियों (OMCs) की बिक्री के यह आंकड़े हैं, यह कंपनियां देश में कुल 90% तेल आपूर्ति करती हैं। अप्रैल में पेट्रोलियम उत्पादों की कुल खपत 17 मीट्रिक टन तक गिर गई थी, जो सितंबर 2020 के बाद से सबसे कम दर्ज की गई थी।
डीजल की बिक्री पेट्रोलियम उत्पादों की कुल खपत में लगभग 40% है और कई क्षेत्रों में कोरोनावायरस की दूसरी लहर के साथ लॉकडाउन और फिर से प्रतिबंध लगाने से औद्योगिक और वाणिज्यिक खपत धीमी हो गई है। मई में OMCsद्वारा बेचा गया पेट्रोल 1.8 MT था, जो 2020 में इसी महीने की तुलना में 12.9% अधिक था। हालांकि, पेट्रोल की बिक्री मई 2019 में बेची गई 2.5 मीट्रिक टन से बहुत कम रही, आपको बता दे की 2019 में कोरोनवायरस के प्रसार को कम करने के लिए कोई लॉकडाउन नहीं था। मई 2019 में 6.9 MT डीजल की बिक्री हुई थी।