नई दिल्ली : चीनी, औद्योगिक रसायन और उर्वरक बनाने वाली बलरामपुर चीनी मिल्स अपनी एथेनॉल क्षमता बढ़ाने की योजना बना रही है। CNBC-TV18 से बात करते हुए कंपनी के सीएफओ प्रमोद पटवारी ने कंपनी के एथेनॉल उत्पादन और राजस्व उम्मीदों को साझा किया।
पटवारी के अनुसार, आगामी वित्तीय वर्ष (FY24) के लिए कंपनी की एथेनॉल क्षमता 35 करोड़ लीटर है। हालांकि, 20 प्रतिशत सम्मिश्रण प्राप्त करने के लिए, जूस रूट से एथेनॉल का उत्पादन करने के लिए एक बड़ी क्षमता की आवश्यकता है। उसके लिए, सरकार को रस आधारित एथेनॉल के लिए थोड़ी अधिक कीमत देकर आसवन क्षमता की स्थापना को प्रोत्साहित करने की आवश्यकता है।
उन्होंने कहा, FY 23 के लिए, बलरामपुर चीनी मिल्स को उम्मीद है कि, एथेनॉल का उत्पादन लगभग 21 करोड़ लीटर होगा। हालांकि, कंपनी सरकार के 20 प्रतिशत सम्मिश्रण लक्ष्य को पूरा करने के लिए अपनी एथेनॉल उत्पादन क्षमता बढ़ाने पर विचार कर रही है।पटवारी ने कहा, इस क्षेत्र को स्वच्छ ऊर्जा की आवश्यकता से जोड़ने की सरकार की पहल इस उद्योग में एक संरचनात्मक परिवर्तन ला रही है। भारत के खाद्य मंत्रालय ने शुक्रवार, 27 जनवरी, 2023 को नई एथेनॉल ब्याज सबवेंशन योजनाओं के तहत 11 और एथेनॉल परियोजनाओं को सैद्धांतिक मंजूरी दे दी। 22 अप्रैल, 2022 को अधिसूचित योजनाओं से 47 करोड़ लीटर एथेनॉल की अतिरिक्त क्षमता जुड़ने की उम्मीद है।