लखनऊ: गन्ने के उचित और लाभकारी मूल्य (FRP) को 15 रुपये से बढ़ाकर 305 रुपये प्रति क्विंटल करने के केंद्र के फैसले के बाद उत्तर प्रदेश के चीनी मिल मालिकों ने न्यूनतम बिक्री मूल्य (MSP) में बढ़ोतरी की मांग की है।
द टाइम्स ऑफ इंडिया में प्रकाशित खबर के मुताबिक, उत्तर प्रदेश शुगर मिल्स एसोसिएशन ने मुख्यंमंत्री योगी आदित्यनाथ से MSP बढ़ाने में हस्तक्षेप की मांग की है, ताकि उद्योग को लगातार बढ़ते संकट को खत्म करने में सक्षम बनाया जा सके, जो गन्ना उत्पादकों को देरी से भुगतान में परिणत होता है। 5 अगस्त को योगी को भेजे गए पत्र में एसोसिएशन ने बताया है कि, चीनी का मौजूदा MSP 31 रुपये प्रति किलो पिछले तीन वर्षों से अपरिवर्तित है। एसोसिएशन ने कहा कि, चीनी उत्पादन की लागत 36-37 रुपये प्रति किलोग्राम है, जो चीनी के औसत MSP से कम है।
एसोसिएशन के पत्र में कहा गया है कि राज्य सरकारों के साथ, नीति आयोग, सचिवों की समिति, मंत्रिस्तरीय उप-समिति और कृषि लागत और मूल्य आयोग (CACP) ने भी चीनी की बिक्री मूल्य में वृद्धि की सिफारिश की थी। उत्तर प्रदेश के मामले में गन्ना मूल्य राज्य सलाहकार मूल्य (SAP) द्वारा निर्धारित किया जाता है, जो एफआरपी से काफी अधिक है। मिलर्स ने कहा कि, एमएसपी में बढ़ोतरी से उद्योग को समय पर गन्ना बकाया भुगतान करने में मदद मिलेगी।
यूपी सरकार भी गन्ना किसानों को आगामी गन्ना पेराई सत्र से पहले भुगतान में तेजी लाने का लक्ष्य लेकर चल रही है, जो अक्टूबर से शुरू होने की उम्मीद है।
Right