रायपुर : छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने शुक्रवार को फिर से खरीदे जा रहे अतिरिक्त धान से जैव-ईंधन का उत्पादन करने के लिए एथेनॉल प्लांट स्थापित करने का मामला उठाया। यहां मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि, एथेनॉल प्लांट स्थापित करना केंद्र और राज्य सरकारों के साथ-साथ किसानों के हित में है। उन्होंने कहा कि, जैव-ईंधन के उत्पादन में लगभग 60 रुपये का खर्च आएगा और जीवाश्म ईंधन (fossil fuel) पर निर्भरता पर अंकुश लगेगा।
उन्होंने कहा की, धान खरीद और चावल संग्रह से राज्य के साथ-साथ केंद्र सरकार को भी नुकसान होता है। बघेल ने कहा कि, एफसीआई केंद्र सरकार की ओर से नुकसान वहन करता है जबकि राज्यों को खुद नुकसान उठाना पड़ता है। एथेनॉल प्लांट स्थापित करने से किसानों को उनके धान और गन्ने की बेहतर कीमत मिलेगी। उन्होंने कहा कि, ईंधन की कीमतों में अनियंत्रित वृद्धि चिंता का विषय है और इसका एकमात्र स्थायी समाधान जैव-एथेनॉल संयंत्रों की स्थापना है।