महाराष्ट्र में सर्वाधिक गन्ना क्षेत्र का अनुमान

पुणे: द इंडियन एक्सप्रेस में प्रकाशित खबर के मुताबिक, चीनी आयुक्त कार्यालय के शुरुआती संकेतों ने 2022-23 के गन्ना पेराई सत्र के लिए महाराष्ट्र में गन्ना क्षेत्र रिकॉर्ड करने की ओर इशारा किया है। चीनी मिलों के अनुमान के मुताबिक राज्य में पेराई के लिए 14.85 लाख हेक्टेयर गन्ना उपलब्ध होगा। चीनी मिलें 1,343 लाख टन गन्ने की पेराई करेंगी और 138 लाख टन चीनी का उत्पादन करेंगी, जिसमें से 12 लाख टन को एथेनॉल के उत्पादन के लिए इस्तेमाल किया जाएगा।महाराष्ट्र के लिए 2021-22 के गन्ना पेराई सीजन को अब तक की सबसे अधिक गन्ने की पेराई और चीनी का उत्पादन किया गया था। चीनी मिलों ने 1,320.31 लाख टन गन्ने की पेराई की और 137.27 लाख टन चीनी का उत्पादन किया था। पेराई सत्र 173 दिनों तक चला था।

मराठवाड़ा के जिलों ने गन्ना क्षेत्र के मामले में अच्छी वृद्धि दर्ज की है। मराठवाड़ा के आठ जिलों में 3.91 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में गन्ने की खेती की गई है। पिछले सीजन में मराठवाड़ा में 3.39 लाख हेक्टेयर गन्ने का रकबा हुआ था। जबकि कोल्हापुर, पुणे, सतारा, सांगली और सोलापुर के पारंपरिक गन्ना बेल्ट में गन्ने के तहत क्षेत्र कमोबेश स्थिर रहा है। बांधों में पानी की पर्याप्त उपलब्धता के कारण किसान अन्य फसलों की तुलना में गन्ने को तरजीह दे रहे हैं। चीनी आयुक्त कार्यालय ने एक ऐप लॉन्च किया है, जो किसानों को अपने गन्ना क्षेत्र को पंजीकृत करने में मदद करेगा। आयुक्त कार्यालय को उम्मीद है कि, इससे प्रक्रिया में पेराई व्यवस्था में और पारदर्शिता आएगी।

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