केंद्रीय वित्त एवं कॉर्पोरेट कार्य मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमन ने 21 अप्रैल 2022 को वाशिंगटन डीसी में एफएटीएफ मंत्रिस्तरीय बैठक में भाग लिया, जिसे विश्व बैंक समूह और अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) की 2022 स्प्रिंग मीटिंग्स के दौरान आयोजित किया गया था।
यह बैठक 2022-24 के लिए एफएटीएफ की रणनीतिक प्राथमिकताओं का समर्थन करके और रणनीतिक प्राथमिकताओं को पूरा करने के लिए उपयुक्त वित्त पोषण सुनिश्चित करने की दिशा में मंत्रियों की प्रतिबद्धता को मजबूत करने के लिए मंत्रियों द्वारा तय की गयी रणनीतिक दिशा प्रदान करने पर केंद्रित थी। रणनीतिक प्राथमिकताओं में एफएटीएफ ग्लोबल नेटवर्क को सुदृढ़ करना; आपसी मूल्यांकन की एफएटीएफ प्रणाली; अंतरराष्ट्रीय लाभकारी स्वामित्व पारदर्शिता को बढ़ाना, आपराधिक संपत्तियों को प्रभावी रूप से वापस पाने के लिए क्षमताओं में वृद्धि करना, डिजिटल विकास का लाभ उठाना, एफएटीएफ रणनीतिक प्राथमिकताओं के लिए सतत वित्त पोषण सुनिश्चित करना आदि शामिल हैं।
बैठक के दौरान, वित्त मंत्री ने धन शोधन, आतंकवादी वित्तपोषण और प्रसार वित्तपोषण का मुकाबला करने में भारत की प्रतिबद्धता की पुष्टि की तथा लाभकारी स्वामित्व पारदर्शिता, परिसंपत्ति वसूली और वैश्विक वित्तीय प्रणाली की सुरक्षा में एफएटीएफ वैश्विक नेटवर्क की भूमिका के सम्बन्ध में एफएटीएफ द्वारा किये जा रहे कार्य की सराहना की।
श्रीमती सीतारमन ने रणनीतिक प्राथमिकताओं को समर्थन देते हुए कहा कि भारत धन शोधन, आतंकवादी वित्तपोषण और सामूहिक विनाश के हथियारों के प्रसार के वित्तपोषण के खिलाफ वैश्विक गठबंधन से जुड़े प्रयास के लिए एफएटीएफ को आवश्यक संसाधन तथा समर्थन प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।
(Source: PIB)