उत्तर प्रदेश के गुड़ को मिलेगी अंतरराष्ट्रीय पहचान: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ

लखनऊ :उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दो दिवसीय ‘गुड़ महोत्सव’ का उद्घाटन समारोह में कहा कि, राज्य के गुड़ उत्पाद विश्व में एक नई पहचान बनाएंगे। राज्य सरकार किसानों के कल्याण के लिए निरंतर प्रयास कर रही हैं और किसानों को अब अपनी उपज का बेहतर बाजार और उच्च मूल्य मिल रहा है। उन्होंने दावा किया की, चार साल पहले गन्ना किसानों की हालत खराब थी। 2017 में उनकी सरकार के सत्ता में आने के बाद ही स्थिति में सुधार हुआ है। उन्होंने कहा कि गन्ना किसानों को कुल 1,25,600 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश एकमात्र राज्य था, जहां चीनी मिलें कोरोना अवधि के दौरान चलती रहीं, जबकि अन्य राज्यों में चीनी मिलें बंद थीं। उन्होंने कहा, “हमने ऐसी व्यवस्था की है कि जब तक गन्ने की एक भी फसल हो, कोई भी चीनी मिल बंद नहीं होनी चाहिए।

उन्होंने कहा कि, खांडसरी लाइसेंस चार साल पहले तक जारी नहीं किए गए थे, लेकिन वर्तमान सरकार ने आवेदन करने के कुछ घंटों के भीतर लाइसेंस प्राप्त करने का प्रावधान किया है। अब लाइसेंस शुल्क माफ कर दिया गया है। खांडसरी उद्योग 15 के बजाय 7 किलोमीटर के दायरे में स्थापित किया जा सकता है।इसके परिणामस्वरूप, मुजफ्फरनगर, शामली, अयोध्या, लखीमपुर खीरी, शाहजहाँपुर जिलों में उत्पादित गन्ना न केवल राज्य में लेकिन पूरे देश के बाजार में मिल रहा है। उन्होंने उम्मीद जताई कि, गुड़ को अंतरराष्ट्रीय बाजार मिलेगा और ‘गुड़ उत्सव’ से गुड़ के उत्पादों के विपणन के नए रास्ते खुलेंगे। उन्होंने कहा कि राज्य के लाखों किसानों के जीवन में बदलाव लाने के उद्देश्य से राज्य सरकार के प्रयासों से इस तरह के सफल उत्सव आयोजित किए गए हैं। इन कार्यक्रमों को स्थानीय उत्पादों को नए बाजार प्राप्त करने, ब्रांडिंग प्राप्त करने में सक्षम बनाने के उद्देश्य से शुरू किया गया है।

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