मुजफ्फरनगर: उत्तर प्रदेश में पेराई सीजन के साथ साथ मिलों ने किसानों के भुगतान में भी रफ़्तार पकड़ ली है। मिलों द्वारा हो रहे भुगतान से किसानों को बड़ी राहत मिली है।
मुजफ्फरनगर की बात की जाये तो, यहां टिकौला चीनी मिल ने 24 करोड़ का भुगतान के साथ सबसे आगे है।गन्ना पेराई को भेजने के बाद चीनी मिल को 14 दिन के भीतर गन्ना मूल्य भुगतान करना होता है, लेकिन टिकौला चीनी मिल किसानों को केवल सप्ताह भर में ही भुगतान कर रहा है। आपको बता दे की, मिल अब तक 55 करोड़ का गन्ना मूल्य भुगतान कर चुका है। दूसरी तरफ खतौली, मंसूरपुर, खाईखेड़ी और रोहाना चीनी मिल भी भुगतान कर रही है।समय पर भुगतान के लिए राज्य सरकार और गन्ना विभाग का भी बड़ा योगदान रहा है।
मुजफ्फरनगर में 2020-21 के दौरान 1.73696 लाख हेक्टेयर भूमि में लगभग 1608 लाख टन गन्ने का उत्पादन किया गया। जनपद की 8 चीनी मिलों से गन्ना मूल्य के रूप में प्रति वर्ष लगभग 3 हजार करोड़ रुपए का भुगतान किया जाता है। पिछले साल लगभग 3100 करोड़ का भुगतान किया गया था।