मेरठ: हाल ही में हुई भारी बारिश और ओलावृष्टि ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश में फसलों को बड़ा नुकसान पहुंचाया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को किसानों को नुकसान की भरपाई के लिए फसलों के नुकसान का आकलन करने का आदेश दिया है, कई जगहों पर आकलन शुरू होना बाकी है। बारिश से सबसे ज्यादा नुकसान धान की फसल को हुआ है। जिन अन्य फसलों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है उनमें सरसों, काले चने और गन्ना, आलू और दालें हैं।
टाइम्स ऑफ इंडिया में प्रकाहीत खबर के मुताबिक, भारतीय किसान संघ (भानू) के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिवाकर सिंह ने आरोप लगाया की, राजस्व विभाग केवल कागज पर फसल क्षति का सर्वेक्षण कर रहा है। वे किसानों से संपर्क नहीं कर रहे हैं। अधिकारी मनमाने ढंग से रिपोर्ट तैयार कर रहे हैं। वे खड़ी धान की फसल को 25 फीसदी और कटी हुई फसल को 50 फीसदी नुकसान दिखा रहे हैं। वहीं, कुछ जगहों पर 70 फीसदी से ज्यादा नुकसान हुआ है। धान की फसल काली हो गई है। भारी नमी ने अनाज की गुणवत्ता बिगाड़ दी है। हालांकि, अधिकारियों ने इस आरोप को खारिज किया है।
Sir kisi arya m koi aklan nhi ho rha